ये पर्वतारोही नहीं तो कौन हैं?
First Published Nov 20, 2018, 3:45 PM IST
बर्फ से लदी पहाड़ियों के बीच से गुजरते ये लोग कौन हैं? क्या ये पर्वतारोही हैं? ये कहां जा रहे हैं? लद्दाख से आई इस तस्वीर को देखने पर सबसे पहले यही सवाल जहन में उठते हैं।

जम्मू-कश्मीर में चुनाव करवाना अपनी तरह की अलग चुनौती है, यह सिर्फ आतंकवाद तक ही सीमित नहीं है। 'माय नेशन' के पास मौजूद कुछ तस्वीरें बयां करती है कि प्रशासन को लोगों को उनके अधिकार के प्रयोग करवाने के लिए पोलिंग बूथ तक पहुंचने में कितनी जद्दोजहद करनी पड़ती है। लिंगशेड पंचायत, लेह में पंचायत चुनाव करवाने के लिए जाती मतदानकर्मी।

अपने वोट की कीमत सब जानते हैं। तभी तो लेह में बुजुर्गों में भी मतदान को लेकर काफी उत्साह देखा गया। यहां बुजुर्ग मतदाताओं ने भारी संख्या में मतदान किया। लिंगशेड पंचायत में मताधिकार का प्रयोग करती एक बुजुर्ग महिला।

चुनाव आयोग को देश के इस हिस्से में मतदान कराने के लिए खासी मेहनत करनी पड़ती है। लेह-लद्दाख में पंचायत चुनावों के लिए कई बूथों पर हेलीकॉप्टर से पहुंची पोल पार्टियां।

लेह में बुजुर्गों में भी मतदान को लेकर काफी उत्साह देखा गया। यहां बुजुर्ग मतदाताओं ने भारी संख्या में मतदान किया। लेह में पंचायत चुनाव में वोट करने के आती एक बुजुर्ग महिला।

ये तस्वीरें बयां करती हैं कि किस तरह अपने मताधिकार का प्रयोग करके स्थानीय लोग खुशी से लबारेज हैं। यह लोकतंत्र की जीत है। लिंगशेड पंचायत, लेह में वोट डालने के बाद एक मतदाता।

ये तस्वीरें बयां करती हैं कि किस तरह अपने मताधिकार का प्रयोग करके स्थानीय लोग खुशी से लबारेज हैं। यह लोकतंत्र की जीत है। यह चुनाव आयोग की मेहनत का सुफल है। लेह में पंचायत चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के बाद स्याही का निशान दिखाती दो महिलाएं।

'माय नेशन' के पास मौजूद तस्वीरें बयां करती है कि तमाम दुश्वारियों के बाद यहां पहुंचे मतदानकर्मियों को वोटरों ने भी मायूस नहीं किया। लेह में पंचायत चुनाव में हिस्सा लेने के बाद मतदाता अपनी अंगुली पर लगी स्याही का निशान दिखाते हुए।

सर्दियों के मौसम में बर्फ की सफेद चादर से ढक जाने वाले लेह लद्दाख में प्रशासन के अधिकारी पोलिंग बूथ तक पहुंचते हैं और फिर चुनाव प्रक्रिया संपन्न करवाते हैं। अपना वोट डालने के बाद मिलने वाली खुशी इन चेहरों पर साफ देखी जा सकती है। लोबजंग टोकदन, लेह में पंचायत चुनाव में हिस्सा लेने के बाद मतदाता।
