प्रधानमंत्री मोदी ने आज भुवनेश्वर का दौरा किया। उन्होंने आईआईटी-भुवनेश्वर का उद्घाटन किया और ओडिशा में स्वास्थ्य, सड़क-राजमार्ग, उच्च शिक्षा से जुड़ी करीब 14,500 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की शुरुआत की। 

इन परियोजनाओं में 3,800 करोड़ रुपये की इंडियन ऑयल कारपोरेशन की पारादीप-हैदराबाद पेट्रोलियम उत्पाद पाइपलाइन भी शामिल है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पाइपलाइन से ओडिशा पूर्वी भारत का पेट्रोलियम हब बनेगा। 

पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि विकास के इन सभी प्रोजेक्ट्स के लिए ओडिशा के सभी लोगों को बहुत-बहुत शुभ कामनाएं देता हूं। ये पहली बार है जब किसी केंद्र सरकार द्वारा ओडिशा समेत पूरे पूर्वी भारत के विकास पर इतना ध्यान दिया जा रहा है। 

 उन्‍होंने कहा कि आज आईआईटी भुवनेश्वर को युवाओं के लिए समर्पित करने का सौभाग्य मुझे मिला है। इसके निर्माण में 1260 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। ये भव्य कैंपस आने वाले समय में ओडिशा के नौजवानों के सपनों के सेंटर तो बनेगा ही, यहां के युवाओं के लिए रोजगार का नया माध्यम भी सिद्ध होगा।

पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले दिनों में ब्रह्मपुर में करीब 1,600 करोड़ रुपये की लागत से IISER का भी कार्य शुरू होने जा रहा है। ओडिशा के ये नए संस्थान ज्ञान और इनोवेशन की ओडिशा की अपनी पुरातन पहचान को और मजबूत करेंगे। शिक्षा के साथ-साथ जनता के स्वास्थ्य पर भी केंद्र सरकार ध्यान दे रही है।

पीएम ने कहा कि देश के पहले स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाने वाली पायका क्रांति के 200 वर्ष पूरे होने पर एक विशेष डाक टिकट और सिक्का भी आज जारी किया गया है। ओडिशा के इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर जन-जन के विकास के लिए तमाम कदम उठाए जा रहे हैं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि ये काम निरंतर जारी रहेगा।

इसके अलावा 3,437 करोड़ रुपये की बोकारो से अंगुल की पाइपलाइन बिछाने की भी योजना इसमें शामिल है। यह जगदीशपुर-हल्दिया और बोकारो धामरा पाइपलाइनों को जोड़ेगी। 

पीएम मोदी बरहमपुर में 1,583 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित होने वाले इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च की भी आधारशिला रखी।

इसके अलावा पीएम मोदी राष्ट्रीय राजमार्ग-पांच के चंडीखोले-भदरक खंड (1,492 करोड़ रुपये) के छह लेन मार्ग, राष्ट्रीय राजमार्ग-42 के कटक-अंगुल खंड (1,991 करोड़ रुपये) के चार लेन मार्ग और राष्ट्रीय राजमार्ग-पांच के 132.14 किलोमीटर लंबे भुवनेश्वर-पुइनटोला खंड के छह लेन मार्ग के साथ भुवनेश्वर में ईएसआईसी अस्पताल का भी उद्घाटन किया।

पीएम मोदी ने भुवनेश्वर में पाइका विद्रोह के दो सौ साल होने पर इसकी याद में सिक्का और पोस्टल स्टांप जारी किया। यह 1817 में ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन के खिलाफ पहला हथियारबंद विद्रोह था। पाइका किसानों का संगठन था, जो युद्ध के वक्त राजा को सैन्य सेवाएं मुहैया कराते थे और बाकी वक्त में खेती करते थे। इन्होंने 1817 में ब्रिटिश राज के खिलाफ बगावत की थी।