प्रयागराज। केंद्रीय कारागार नैनी से गत 7 अक्टूबर 2018 को सारी सुरक्षा व्यवस्था को तार-तार करते हुए फरार हुए शातिर अपराधी प्रिंस अग्रवाल को 11 महीने  और 3 दिन बाद एसटीएफ की टीम ने उत्तराखंड के  उधम सिंह नगर के रुद्रपुर से गिरफ्तार कर लिया। 50,000 के इनामी प्रिंस अग्रवाल का रिकॉर्ड रहा है कि वह अब तक सेंट्रल जेल नैनी समेत तीन जेलों की सलाखों को तोड़कर भाग चुका है। उसकी गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ टीम उसे मंगलवार की देर रात नैनी कोतवाली लेकर पहुंची और उसका दाखिला कराया। बुधवार को उसे सेंट्रल जेल से फरारी के मुकदमे में कोर्ट में पेश किया जाएगा।

आगरा जनपद के निवासी प्रिंस अग्रवाल को 12 सितंबर 2018 को केंद्रीय कारागार नैनी में चोरी के आरोप में दाखिल कराया गया था और 7 अक्टूबर 2018 को वह जेल से फरार हो गया था। जेल प्रशासन के कारापाल राजीव कुमार मिश्रा की ओर से नैनी कोतवाली में उसकी फ़रारी से संबंधित एफ आई आर दर्ज कराई गई थी।जिसमें बताया गया था कि 7 अक्टूबर को बंदी प्रिंस अग्रवाल से मिलाई करने के लिए उसके चचिया ससुर गौरव सिंह निवासी मझोला मुरादाबाद, सास किरण कौर, पत्नी सिमरन कौर व साला सतीश कुमार चौधरी आया था। जेल प्रशासन ने तीनों को निर्धारित समयावधि दोपहर में 1:13 बजे से 2:25 बजे तक मुलाकात कराई थी। उसके बाद तीनों जेल से बाहर चले गए थे। 

मात्र 72 मिनट की इस मुलाकात में ही प्रिंस ने फरारी की योजना बना डाली और फरार भी हो गया था। जिस सेंट्रल जेल में जम्मू कश्मीर के दो दर्जन से ज्यादा खूंखार आतंकवादी कैद हो, वहां से बन्दी के भागने की घटना ने पूरी जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिया था। तत्काल में नैनी कोतवाली क्राइम ब्रांच और लोकल एसटीएफ की यूनिट ने प्रिंस की गिरफ्तारी के लिए बहुत हाथ-पैर मारे लेकिन उसे पकड़ नहीं पाए थे।  जेल से फरार प्रिंस पर 50,000 रुपये का इनाम शासन स्तर पर घोषित किया गया था। 11 महीना और 3 दिन की कड़ी मशक्कत के बाद एसटीएफ  की टीम ने उसे गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। फिलहाल उसे नैनी कोतवाली में रखकर पूछताछ की जा रही है। एसटीएफ सीओ नवेन्दु सिंह ने कहा कि अभी उससे पूछताछ की जा रही है

प्रिंस अग्रवाल शातिर चोर ही नहीं छलिया भी था। उसने वर्ष 2018 में गिरफ्तारी से 6 महीने पहले ही फेसबुक के जरिए पंजाबी लड़की सिमरन कौर  निवासी मुरादपुर उधम सिंह नगर से प्रेम विवाह किया था। सिमरन से प्रिंस की मुलाकात फेसबुक के जरिए हुई थी। उस परिवार को उस वक्त तनिक भी नहीं पता चला था कि प्रिंस शातिर चोर है। गिरफ्तारी के बाद पत्नी सिमरन जब उससे मिलने आए तब भी वह यही सफाई दे रहा था वह चोर नहीं है। उसे फर्जी फंसाया गया।

प्रिंस अग्रवाल को जब नैनी सेंट्रल जेल में 12 सितंबर 2018 को लाया गया था वह पीलिया रोग से ग्रसित था उसके पैर में घाव था जेल में दाखिल होने के बाद से ही उसका लगातार इलाज चल रहा था।