जयपुर- 2013 के राजस्थान विधानसभा चुनावों में 4 मुसलमान विधायकों पर दांव आजमा चुकी भाजपा, अबकी बार ऐसा नहीं करने जा रही है। इसके संकेत भी दिखने लगे हैं। पार्टी ने 200 सीटों में 131 पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। इसमें किसी भी मुसलमान नेता का नाम नहीं है। 

रविवार रात जारी भाजपा प्रत्याशियों की पहली सूची को देखकर इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। पहली सूची में पार्टी ने 131 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया लेकिन इस सूची में एक भी प्रत्याशी मुस्लिम समुदाय से नहीं है। यही नहीं मौजूदा सूची में नागौर से मुस्लिम समुदाय से आने वाले मौजूदा विधायक हबीबुररहमान का टिकट भी पार्टी ने काट दिया है।

प्रदेश में विधानसभा की 200 सीटों में से दो सीटों पर मुस्लिम विधायक हैं और यह दोनों ही विधायक भाजपा से आते हैं, जिसमें से एक का टिकट कट चुका है जबकि दूसरा नाम सरकार में दूसरे नंबर के मंत्री परिवहन मंत्री यूनुस खान का है, जिनकी विधानसभा सीट डीडवाना को पार्टी ने अभी तक होल्ड पर रखा हुआ है। मतलब इस सीट पर पार्टी को प्रत्याशी का ऐलान करना है लेकिन पहली सूची में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नजदीकी मंत्री यूनुस खान का नाम नहीं आना चर्चा का विषय है। 

विधानसभा चुनाव नजदीक है और टिकटों को लेकर भाजपा में लगातार मंथन चल रहा है। चुनाव से ठीक पहले जब पार्टी टिकट वितरण करने वाली है तब यूनुस खान उमरा यानी धार्मिक यात्रा पर मक्का मदीना चल गए। हालांकि, उमरा पर जाने का अपना धार्मिक कारण हो सकता है लेकिन इसके लिए जो वक्त यूनुस खान ने तय किया है वो अपने आप में कई सवाल खड़े करता है। या तो यूनुस खान अपने टिकट की प्रार्थना करने उमरा पर गए है या फिर उन्हें पार्टी की ओर से इस बात के संकेत मिल गए है कि इस बार उन्हें टिकट मिलना मुश्किल है।

भाजपा ने साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में 200 में से 4 विधानसभा सीटों पर मुस्लिम प्रत्याशियों को टिकट दिया था जिनमें से हबीबुररहमान और यूनुस खान जीतकर विधानसभा तक पहुंचे थे। जिन चार विधानसभा सीटों पर मुस्लिम प्रत्याशियों को टिकट दिया गया था उनमें धौलपुर,नागौर,डीडवाना और मंडावा सीट शामिल है। डीडवाना सीट को छोड़ इनमें से तीन सीटों के लिए इस बार प्रत्याशी घोषित कर दिए गए लेकिन इनमें एक भी मुस्लिम प्रत्याशी नहीं उतारा गया।


(जयपुर से अभिमन्यु राजावत की रिपोर्ट)