नई दिल्ली। देश में सब्जियों के दाम में लगातार इजाफा हो रहा है। वहीं टमाटर की कीमतों में लगातार उछाल आ रहा है और थोक बाजार में आवक बढ़ने के बावजूद टमाटर की कीमतों में कमी नहीं आ रही है। देश की राजधानी दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में खुदरा भाव 80 रुपये प्रति किलो हो गया है। लिहाजा घरों में सब्जियों से टमाटर गायब होने लगा है।

फिलहाल टमाटर की बढ़ती कीमत पर लगाम लगाने के लिए सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है। क्योंकि देश में कोरोना संकट काल में केन्द्र सरकार ने  टमाटर, प्याज, आलू जैसे कृषि उत्पादों को आवश्यक वस्तु अधिनियम लागू कर दिया था। लेकिन अब अनलॉक-2 में इन उत्पादों से अधिनियम को हटा दिया गया है। लिहाजा सब्जियों की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है। सब्जियों में आलू और प्याज की कीमतों में भी इजाफा हुआ है।

केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान का कहना है कि देश में अनलॉक-2 लागू होने के बाद किसानों को उनके उत्पादों का उचित दाम दिलाने के मकसद से केन्द्र सरकार ने कृषि उत्पादों को आवश्यक वस्तु अधिनियम से हटाया है। इसके जरिए किसानों को उनके उत्पादों की अच्छी कीमत मिल सकेगी। पासवान का कहना है कि बरसात के दिनों में क्सर कृषि उत्पादों की कीमतें कम रहती हैं लेकिन शहरों में उत्पादों के कीमतें बढ़ जाती हैं। 

केंद्रीय उपभोक्ता मंत्रालय के मुताबिक कोटा और गुरुग्राम में टमाटर के दाम सबसे ज्यादा 60 रुपये प्रति किलो बढ़े हैं जबकि दिल्ली में 13 रुपये और चंडीगढ़ में 23 रुपये प्रति किलो का इजाफा हुआ है। जबकि कोटा, गुरुग्राम, दिल्ली और चंडीगढ़ में टमाटर का खुदरा दाम 80 रुपये, 70 रुपये किलोग्राम है।