लखनऊ। कानपुर के छह इलाके रेड जोन घोषित कर दिए गए हैं। क्योंकि इन जगहों पर तब्लीकी जमात के लोग गए थे और इन इलाकों में कोरोना का संक्रमण हैं।  जिसके बाद जिले के छह पॉकेट को 'रेड जोन' घोषित कर दिया गया है। दिल्ली के निज़ामुद्दीन क्षेत्र में पिछले महीने हुई थी जिसमें तब्लीगी जमात के लोगों ने हिस्सा लिया था। यही नहीं जमात के लोग देशभर में घूम घूम कर कोरोना वायरस को फैला रहे हैं। देश के सभी राज्यों में जमात के लोग पहुंच गए हैं और कोरोना वायरस को फैला रहे हैं।

जिसके बाद देशभर में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश में भी कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है और उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में छह इलाकों को कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच 'रेड जोन' घोषित किया गया है। जहां पर तब्लीक जमात के लोग रूके थे और बाजार के साथ ही कई जगहों पर घूमे थे। कानपुर के जिला मजिस्ट्रेट ब्रह्मदेव राम तिवारी ने कहा कि चमनगंज में हलीम प्राथमिक मस्जिद, कर्नलगंज में हुमायूँ मस्जिद, बाबूपुरवा में सुफ़ा मस्जिद, सजेटी में बरिपाल गाँव में बदी मस्जिद, नौबस्ता और घाटमपुर में तबलीगी जमात के सदस्यों द्वारा दौरा किया गया था।

जिसके बाद इन इलाकों को 'रेड जोन' घोषित कर दिया गया है। तिवारी ने कहा, "प्रत्येक हॉटस्पॉट के क्षेत्रफल को एक किलोमीटर के दायरे में बांटने का निर्णय शनिवार रात को लिया गया। तबलीगी जमात के छह सदस्यों में से दो विदेशी नागरिकों सहित एक ही दिन में कोरोनारवायरस पॉजिटिव पाए गए।

उन्होंने कहा, "तब्लीगी जमात के सदस्यों द्वारा दौरा किए गए स्थान से एक किलोमीटर के दायरे में रेड ज़ोन को चिह्नित किया गया है। क्षेत्र को ठीक से साफ करने और लोगों की आवाजाही को प्रतिबंधित करने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं। कानपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक शुक्ला ने कहा कि दिल्ली के निजामुद्दीन में धार्मिक मण्डली से 31 लोग लौटे थे। तिवारी ने कहा कि हम उन लोगों पर भी संक्रमितरहित करने का प्रयास कर रहे हैं जो कोविद -19 के पॉजिटिव लोगों के संपर्क में आए थे।