नई दिल्ली। दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने के लिए  भारतीय जनता पार्टी ने सीक्रेट प्लान बनाया है। इस प्लान के तहत की प्रत्याशियों का चयन किया गया है। ताकि कई साल तक दिल्ली की सत्ता से दूर रही पार्टी को फिर से दिल्ली की सत्ता पर काबिज किया जा सके। भाजपा ने दिल्ली फतह के लिए ’मिशन 36’ तैया किया है। इसके जरिए वह राज्य में अपने विधायकों की संख्या को 3 से 36 तक पहुंचाना चाहती है।

भाजपा ने आखिरकार कई दिनों का माथापच्ची के बाद शुक्रवार को प्रत्याशियों के नामों की पहली सूची जारी की। भाजपा के लिए दिल्ली कितना अहम है, ये इसी बात  से समझा जा सकता है कि टिकट को फाइनल करने के लिए चुनाव समिति की बैठक में पीएम नरेन्द्र मोदी से लेकर सभी दिग्गज नेता मौजूद थे और उन्होंने प्रत्याशियों के नामों पर अपनी मुहर लगाई। फिलहाल पार्टी ने दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता, पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के भाई और पूर्व महापौर मास्टर आजाद सिंह और आप के पूर्व विधायक कपिल मिश्रा पर दांव खेला है।

कपिल मिश्रा आप सरकार में मंत्री हुआ करते थे। लेकिन बाद में मुख्यमंत्री केजरीवाल से मतभेद होने के बाद उन्होंने पार्टी से किनारा कर लिया था। जिसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गए थे। वहीं पार्टी ने चार पूर्व महापौर और कई पार्षदों पर भी भरोसा जताया गया है। इसके साथ ही रेखा गुप्ता को शालीमार बाग से टिकट दिया गया है। फिलहाल भाजपा को उम्मीद है कि करीब दो दशक के बाद वह फिर से दिल्ली की सत्ता पर काबिज होगी।

हालांकि अभी तक भाजपा ने किसी को भी मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं बनाया है। वहीं आप ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर दांव खेला है। भाजपा की पहली सूची में 11 प्रत्याशी अनुसूचित जाति के हैं जो सुरक्षित सीटों से किस्मत आजमाएंगे। वहीं दिल्ली के तीन नगर निगमों के 6 मौजूदा और 13 पूर्व पार्षदों पर दांव खेला गया है।