परीक्षा का महाकुंभ मानी जाने वाली उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं गुरुवार से शुरू हो गई हैं। इस साल हाईस्कूल की परीक्षा में 31,95,603 स्टूडेंट जबकि इंटरमीडिएट की परीक्षा में 26,11,319 स्टूडेंट शामिल हो रहे हैं। इस बार परीक्षार्थियों की संख्या पिछले साल के मुकाबले कम है और बताया जा रहा है कि नकल पर सख्ती की वजह से ऐसा हो रहा है।

आज सुबह 8 बजे से हाईस्कूल की परीक्षा चल रही है। माध्यमिक शिक्षा की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा को नकलविहीन संपन्न कराने को लेकर जिला प्रशासन व डीआइओएस कार्यालय ने परीक्षा केंद्र पर मुकम्मल तैयारी की है।

शिक्षा मंत्री डॉ दिनेश शर्मा सुबह से ही परीक्षा केंद्रों का दौरा कर रहे हैं। हाईस्कूल बोर्ड की परीक्षा के दौरान औचक निरीक्षण पर उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा लखनऊ के नवयुग कन्या विद्यालय पहुंचे। इससे पहले बुधवार को परीक्षा केंद्रों पर केंद्र व्यवस्थापक स्टाफ के साथ तैयारियों में जुटे रहे।

 

केंद्र व्यवस्थापकों ने शाम तक परीक्षार्थियों के बैठने को लेकर स्लिप लगाने का काम पूरा कर लिया। इसके साथ ही कक्षों में लगे वॉयस रिकार्डर कैमरे की स्वयं जांच की। यूपी बोर्ड की परीक्षा में कुल 58 लाख 6 हजार 922 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। परीक्षाओं के लिये कुल 8354 विद्यालयों को परीक्षा केन्द्र बनाया गया है।

परीक्षाओं को नकलविहीन बनाने के लिये सभी परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरे और वॉयस रिकॉर्डर लगाये गये हैं। जिला विद्यालय निरीक्षकों ने बताया कि अधिकांश परीक्षा केंद्रों पर केंद्र व्यवस्थापकों के साथ अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक लगाए गए हैं। बोर्ड परीक्षा के दौरान किसी तरह की गड़बड़ी पर केंद्र व्यवस्थापक जिम्मेदार होंगे।  

जिला विद्यालय निरीक्षकों के साथ बुधवार को माध्यमिक शिक्षक नेताओं की बैठक में शिक्षक नेताओं में भरोसा दिया कि बोर्ड परीक्षा नकल विहीन संपन्न कराई जाएगी। इस साल पर्चा आउट नहीं होने पाए इसके लिए सभी परीक्षा केंद्रों के लिए प्रश्नपत्रों का केंद्रवार बंडल बनाया गया है।

परीक्षाओं में नकल और उत्तर पुस्तिकाओं की हेराफेरी पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश के सभी जिलों के लिए क्रमांकित उत्तर पुस्तिकाओं की व्यवस्था की गई है। सरकार ने नकल रोकने के सिए 1314 परीक्षा केंद्रों को संवेदनशील और 448 परीक्षा केंद्रों को अतिसंवेदनशील केंद्र घोषित किए हैं। साथ ही इन परीक्षा केंद्रों पर नजर बनाए रखने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स भी बनाई गई है।