नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के फिदायीन हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में हवाई हमला कर अपनी मारक क्षमता दुनिया को दिखा दी थी। वायुसेना की इस कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने भारत पर जवाबी हमला करने की कोशिश की। लेकिन वायुसेना के मुस्तैद पायलटों ने तुरंत इस नापाक हरकत को नाकाम कर दिया। 

पाकिस्तानी फाइटर्स जेट के हमले को नाकाम करने का जिम्मा वायुसेना की श्रीनगर में तैनात 51वीं स्क्वॉड्रन यूनिट को मिला था। वायुसेना के नए पोस्टर ब्वाय विंग कमांडर अभिनंदन वर्थराजन इसी यूनिट में तैनात थे। उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए अपने मिग-21 बाइसन विमान से पाकिस्तान के अत्याधुनिक एफ-16 विमान को मार गिराया। 

वायुसेना की इस स्क्वॉड्रन यूनिट को उसकी जांबाजी के लिए नया नाम दिया गया है। अब यह यूनिट फॉल्कन स्लेयर्स यानी फॉल्कन को मार गिराने वालों के नाम से जानी जाएगी।  एफ-16 फाइटिंग फॉल्कन एक सिंगल इंजन वाला सुपरसोनिक मल्टीरोल लड़ाकू विमान है। इसे अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने तैयार किया है। अमेरिका ने पाकिस्तान को एफ-16 विमान दे रखे हैं। 

 विंग कमांडर अभिनंदन की इस यूनिट को अभी तक सोर्ड आर्म्स के नाम से जाना जाता था। एफ-16 विमानों का हमला नाकाम करते समय विंग कमांडर अभिनंदन का मिग-21 विमान भी क्षतिग्रस्त हो गया था। वह पैराशूट से पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में उतरे थे। इसके बाद उन्हें पाकिस्तान ने गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन भारत द्वारा कूटनीतिक और सैनिक दबाव बनाने के बाद पाकिस्तान को दो दिन के अंदर ही विंग कमांडर अभिनंदन को रिहा करना पड़ा। 

वायुसेना ने अपनी यूनिट का नाम फॉल्कन स्लेयर्स एफ-16 के नाम पर रखा है। एफ-16 को फॉल्कन के नाम से भी जाना जाता है। अब वायुसेना की 51वीं स्क्वॉड्रन में तैनात पायलट एक खास तरह का बैज लगाएंगे। वायुसेना ने इन खास बैज को बड़ी मात्रा में बनाने का ऑर्डर दे दिया है। इस बिल्ले पर ‘एमराम डॉजर्स’ भी लिखा है। पाकिस्तान के एफ-16 विमान एमराम मिसाइल से लैस होते हैं और भारतीय वायुसेना ने इस मिसाइल के हमले को भी नाकाम कर दिया था। 

27 फरवरी को एलओसी के ऊपर पाकिस्तान के एफ-16 विमानों की भारत के मिग-21 बाइसन और सुखोई 30 लड़ाकू विमानों के साथ डॉग-फाइट हुई थी। पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों से एमराम मिसाइल दागी गई थी। लेकिन भारतीय लड़ाकू विमानों ने एफ-16 से छोड़ी गई एमराम मिसाइल को ‘डॉज’ यानी चकमा दे दिया था। इससे अमेरिका में बनी इस एडवांस मिसाइल का वार खाली गया। यही वजह है कि वायुसेना की 51वीं स्क्वॉड्रन के पायलटों के लिए जो नया बैज आया है‌, उस पर फाल्कन स्लेयर्स के साथ-साथ ‘एमराम डॉजर्स’ भी लिखा है। भारत ने दुनिया के सामने पाकिस्तान की करतूत का सबूत रखते हुए एमराम मिसाइल के टुकड़े भी दिखाए थे।