असल में घरेलू व वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करने के लिए केंद्र सरकार हर वर्ष ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग जारी करती है। इससे ये पता चलता है कि किस राज्य में कितने निवेशक आ रहे हैं और निवेशकों के हितों के लिए राज्य सरकार किस तरह की नीतियां बना रही हैं।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश ने निवेशकों को लुभाने में बड़ी छलांग लगाई है और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में उत्तर प्रदेश 12 वें स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। उत्तर प्रदेश ने इस मामले में राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड को पीछे छोड़ा है। इसके पीछे योगी सरकार द्वारा पिछले दो सालों के दौरान राज्य में निवेशकों को लुभाने में बनाई गई नीतियां हैं। जिसके बाद यूपी12वें से दूसरे पायदान पर पहुंचा है।
असल में घरेलू व वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करने के लिए केंद्र सरकार हर वर्ष ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग जारी करती है। इससे ये पता चलता है कि किस राज्य में कितने निवेशक आ रहे हैं और निवेशकों के हितों के लिए राज्य सरकार किस तरह की नीतियां बना रही हैं। वहीं इसे राज्य सरकार का व्यापार सुधार एक्शन प्लान भी कहा जाता है। पिछले साल उत्तर प्रदेश 12 वें स्थान पर था, लेकिन इस बार यूपी दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग मामले में उत्तर प्रदेश ने गैर भाजपा शासित राज्यों को पीछे छोड़ा है। केंद्र सरकार ने शनिवार को रैंकिंग जारी की है और इसके मुताबिक पहले नंबर पर आंध्र प्रदेश है, जबकि दूसरे स्थान पर उत्तरप्रदेश है।
वहीं उत्तर प्रदेश के बाद तेलंगाना, मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और गुजरात है। इससे साथ ही टॉप टेन में महाराष्ट्र का स्थान नहीं है। जबकि महाराष्ट्र एक बड़ा औद्योगिक केन्द्र है। शनिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने 2019 के लिए यह रैंकिंग जारी की है। बहरहाल राज्य में योगी आदित्यनाथ सरकार ने पिछले दो सालों के दौरान राज्य में निवेशकों को लुभाने के लिए कई तरह के कार्यक्रम शुरू किए हैं और इंवेस्टमेंट सम्मिट कराए हैं। जिसके बाद राज्य में कई कंपनियों ने निवेश किया है।
Last Updated Sep 5, 2020, 9:48 PM IST