नई दिल्ली। इंडियन आर्मी के हिस्ट्री में पहली बार दो क्लासमेट लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी और एडमिरल दिनेश त्रिपाठी भारतीय सेना( Indian Army) और नौसेना ( Indian Navy) के सेवा प्रमुख (Service Chiefs) होंगे। भारत की सिक्योरिटी का जिम्मा उठा रही इंडिनय आर्मी के दो डिपार्टमेंट में हाईएस्ट पोस्ट संभालने वाले विंध्य के अधिकारी हैं। इनकी वजह से एक बार फिर से सैनिक स्कूल रीवां चर्चा में आ गया है। 

दोनों चीफ अफसरों ने की है इस स्कूल से एकसाथ पढ़ाई
नौसेना ( Indian Navy) चीफ एडमिरल दिनेश त्रिपाठी और भारतीय सेना ( Indian Army) चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सैनिक स्कूल, रीवा, मध्य प्रदेश में एक साथ पढ़ाई की है। वे 1970 के दशक की शुरुआत में कक्षा 5th-A तक एक साथ स्कूल में साथ पढ़े हैं। ये रीवां सैनिक स्कूल के लिए स्वर्णिम दौर है, इसी स्कूल के दोनों सेना प्रमुख एक ही बैच 1973-81 के छात्र हैं। आर्मी के नए चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी  रीवां तो नौसेना चीफ दिनेश त्रिपाठी सतना जिले के निवासी हैं। 

 

दोनों अफसरों में बचपन से थी गहरी दोस्ती
दोनों अधिकारियों के रोल नंबर भी एक-दूसरे के आसपास ही थे, क्योंकि लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी का रोल नंबर 931 और एडमिरल दिनेश त्रिपाठी का 938 था। स्कूल में पढ़ाई के शुरुआती दिनों से ही उनके बीच गहरी दोस्ती थी और वे अलग-अलग बलों में होने के बावजूद हमेशा एक दूसरे के संपर्क में रहे। सैनिक स्कूल रीवां के सतपुड़ा हाउस के वर्ष 1973-1981 तक छात्र रहे एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने मई 2024 में नौसेना प्रमुख की कमान संभाली और अब नर्मदा हाउस के इसी बैच के छात्र रहे उपेन्द्र द्विवेदी इंडियन आर्मी के चीफ बन गए हैं। 

2 महीने के अंतराल में सेना की दो विंग के चीफ बने दोनों क्लासमेट
दोनों अधिकारियों को जानने वाले एक डिफेंस आफिसर ने बताया कि सेना में सीनियर लीडरशिप के बीच मजबूत फ्रैंडशिप दोनों फोर्सेस के बीच वर्किंग रिलेशनशिप को मजबूत करने में बहुत मायने रखती है।रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ए भारत भूषण बाबू ने ट्वीट करके कहा कि, "दो विलक्षण छात्रों को शिक्षित करने का यह दुर्लभ सम्मान, जो 50 साल बाद अपनी-अपनी सेनाओं का नेतृत्व करेंगे, मध्य प्रदेश के रीवा स्थित सैनिक स्कूल को जाता है।" दोनों सहपाठियों की नियुक्तियां भी लगभग दो महीने के अंतराल पर एक ही समय में हुई हैं।

 

एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने 01 मई तो जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने 30 जून को संभाली कमान
एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने 1 मई 2024  को भारतीय नौसेना की कमान संभाली, जबकि लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी आज यानि 30 जुलाई 2024 को इंडियन आर्मी के चीफ की पोस्ट संभालेंगे। लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने उत्तरी सेना कमांडर के रूप में लंबा कार्यकाल बिताया है, जहां उन्हें पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चल रहे सैन्य अभियानों का अनुभव है।

रीवां के मुड़िला गांव में हुआ है जनरल उपेंद्र द्विवेदी का जन्म
1 जुलाई 1964 को मध्य प्रदेश के रीवां जिले गांव मुड़िला (गढ़)  में जन्मे लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को 15 दिसंबर 1984 को भारतीय सेना की जम्मू और कश्मीर राइफल्स में कमीशन दिया गया था। इसके बाद वह कैप्टन, मेजर, लेटिनेंट कर्नल, कर्नल, ब्रिगेडियर, मेजर जनरल, लेटिनेंट जनरल आदि पदों पर रहते हुए कई महत्वपूर्ण अवार्ड भी हासिल कर चुके हैं। सेना के सबसे अहम अवार्ड में शामिल परम विशिष्ट सेवा मेडल और अति विशिष्ट सेवा मेडल सहित अन्य कई मेडल हासिल कर चुके हैं। वह विदेश में भी सेवा दे चुके हैं।

 

रीवां सैनिक स्कूल से हर साल 15 से 20 छात्र बनते हैं सेना में अफसर
रीवा सैनिक स्कूल मध्य प्रदेश की शान है। यहां के सैकड़ों छात्र सेना के अलग-अलग विंग में अफसर हैं। कहा जाता है कि हर साल NDA में यहां के 15 से 20 छात्रों का चयन अवश्य होता है। इस स्कूल की स्थापना 20 जुलाई 1962 को हुई थी। रीवा सैनिक स्कूल रेजीडेंसियल स्कूल है। सैनिक स्कूल में प्रवेश टेस्ट के जरिए होता है। बच्चों का एडमिशन यहां क्लास 6 से होता है। जानकारी के अनुसार सैनिक स्कूल रीवां के से पढ़े 1000 से छात्र सेना के विभिन्न विंग में अफसर हैं। स्कूल का कैंपस 260 एकड़ में फैला है। छात्रों के लिए यहां सारी सुविधाएं हैं।

 


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