भारतीय नौसेना के स्वदेशी फ्रिगेट 'INS तवस्या' का गोवा शिपयार्ड में शुभारंभ हुआ। यह प्रोजेक्ट 11356 का दूसरा युद्धपोत है, जो भारतीय रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत अभियान को मजबूत करता है।
Indian Navy INS Tavasya: भारतीय नौसेना के प्रोजेक्ट 11356 के तहत निर्मित दूसरा अत्याधुनिक फ्रिगेट ‘INS तवस्या’ को शनिवार को गोवा शिपयार्ड में भव्य रूप से लॉन्च किया गया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। इस ऐतिहासिक क्षण ने भारतीय रक्षा निर्माण में 'आत्मनिर्भर भारत' के दृष्टिकोण को और मजबूत किया। यह उन्नत युद्धपोत न केवल भारत की समुद्री सुरक्षा को मजबूत करेगा, बल्कि भारत के दुश्मन देशों पर रणनीतिक दबाव भी बढ़ाएगा।
INS तवस्या – भारत की नई समुद्री शक्ति!
- 1. यह 3,800 टन वजनी युद्धपोत अत्याधुनिक हथियारों और सुरक्षा प्रणालियों से लैस है, जो इसे हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) में भारत की रक्षा प्रणाली का अहम हिस्सा बनाता है।
- 2. इस युद्धपोत में ब्रह्मोस मिसाइल, टॉरपीडो लॉन्चर, सोनार सिस्टम और स्टील्थ तकनीक जैसी कई उन्नत क्षमताएं हैं।
- 3. INS तवस्या को भारत में ही डिज़ाइन और निर्मित किया गया है, जिससे यह स्वदेशी रक्षा उत्पादन को नई ऊँचाइयों तक ले जाता है।
The 2nd Frigate of Project 1135.6 Additional Follow-on Ships, being built by @goashipyardltd, Tavasya, was launched by Mrs Neeta Seth in the presence of Raksha Rajya Mantri Shri @SethSanjayMP & VAdm Sanjay J Singh, FOC-in-C #WNC on #22Mar 25 at GSL, Goa.
— SpokespersonNavy (@indiannavy) March 22, 2025
Senior officials from the… pic.twitter.com/QCPcV3RljH
रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर कदम
- 1. केंद्रीय मंत्री संजय सेठ ने इस उपलब्धि को भारत की रक्षा निर्माण क्षमता का प्रमाण बताया।
- 2. उन्होंने कहा, "भू-राजनीतिक चुनौतियों के बावजूद, मात्र 8 महीनों में दो शक्तिशाली युद्धपोतों का निर्माण भारत की ताकत को दर्शाता है।"
- 3. गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (GSL) के सीएमडी ब्रजेश कुमार उपाध्याय ने इसे भारतीय रक्षा क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक दिन बताया।
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भारत के शत्रु देशों के लिए खतरा क्यों है INS तवस्या?
- 1. चीन की समुद्री विस्तार नीति को सीधी चुनौती: हिंद महासागर में चीन लगातार अपनी नौसैनिक उपस्थिति बढ़ाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन INS तवस्या जैसी शक्तिशाली युद्धपोतों की तैनाती भारत की समुद्री सुरक्षा को अटूट बनाएगी।
- 2. पाकिस्तान की नौसेना पर दबाव: INS तवस्या की ब्रह्मोस मिसाइल और स्टील्थ तकनीक इसे दुश्मन के रडार से बचाकर चुपके से हमला करने में सक्षम बनाती है, जिससे पाकिस्तानी नौसेना की रणनीतिक स्थिति कमजोर होगी।
- 3. हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) में भारत की पकड़ मजबूत: चीन और पाकिस्तान दोनों ही हिंद महासागर में भारत की पकड़ को कमजोर करना चाहते हैं, लेकिन INS तवस्या जैसे उन्नत फ्रिगेट इन साजिशों को नाकाम करेंगे।
INS तवस्या की अद्भुत विशेषताएं क्या हैं?
- 1. स्टील्थ तकनीक – दुश्मन के रडार पर न आने की क्षमता
- 2. ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम – सुपरसोनिक अटैक क्षमता
- 3. हाई-एंड सोनार और टॉरपीडो लॉन्चर – पनडुब्बी रोधी ऑपरेशन के लिए
- 4. स्मार्ट एवियोनिक्स और रडार सिस्टम – मजबूत रक्षा कवच
- 5. हिंद महासागर में रणनीतिक दबदबा – भारत की नौसेना को नई शक्ति
#AtmanirbharDefence 🇮🇳🚢
— Defence Production India (@DefProdnIndia) March 22, 2025
A significant milestone in India's warship construction!
Goa Shipyard Limited (#GSL) successfully launched #Tavasya, the second frigate of Project 1135.6 (Yard 1259).
🔹The ship was ceremonially launched by Smt. Neeta Seth, in the presence of Shri… pic.twitter.com/RwQNs9SNq2
अगला कदम – नौसेना की बढ़ती ताकत
- 1. INS तवस्या के लॉन्च के साथ, भारतीय नौसेना आधुनिक और आत्मनिर्भर बनने की दिशा में और आगे बढ़ी है।
- 2. जल्द ही इसे नौसेना में शामिल कर समुद्री क्षेत्र की सुरक्षा में तैनात किया जाएगा।
- 3. यह भारत की बढ़ती समुद्री शक्ति का प्रतीक है, जो भविष्य में देश की रक्षा प्रणाली को और मजबूत बनाएगा।
दुश्मन देशों के लिए कड़ी चेतावनी!
- 1. भारत की नौसैनिक ताकत में बढ़ोतरी से चीन और पाकिस्तान की योजनाओं को झटका लगेगा।
- 2. INS तवस्या की लॉन्चिंग ने यह साबित कर दिया कि भारत अब आत्मनिर्भर होकर रक्षा क्षेत्र में विश्व स्तरीय युद्धपोतों का निर्माण कर सकता है।
- 3. चीन की 'String of Pearls' रणनीति को यह युद्धपोत नाकाम कर सकता है, क्योंकि यह चीन द्वारा बनाए जा रहे सैन्य ठिकानों और समुद्री मार्गों की निगरानी करने में सक्षम होगा। भारत के रक्षा क्षेत्र में यह मील का पत्थर आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को और ऊंचाइयों पर ले जाएगा!
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Last Updated Mar 23, 2025, 1:00 PM IST