ख्वाब
(Search results - 2)NewsSep 25, 2018, 3:28 PM IST
EntertainmentAug 18, 2018, 4:21 PM IST
तुझसे नाराज नहीं जिंदगी ‘गुलज़ार’ है, हैप्पी बर्थडे सपूर्ण सिंह कालरा
घी में चुपड़ी मक्के की रोटी के साथ गुड़ जैसे अल्फाज, जो चांद को ठहरा दें। वो बर्फ के फाहों जैसे तैरते हुए बोल जो किसी कल्पना लोक में ले जाएं। फरवरी की धूप में अधखुली आंखों में बुने ख्वाबों को जो शब्द दे दे, उसे गुलज़ार कहते हैं।