अभी तक पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के साथ लगती पश्चिमी सीमा पर सैन्य नियंत्रण को मजबूत रखा है। जिसके कारण ताबिबान नहीं पर कमजोर स्थिति में है। अगर पाकिस्तान अफगानिस्तान की सीमा से अपनी फौज हटाता है तो तालिबान की स्थिति वहां पर मजबूत हो जाएगी और इसका नुकसान सीधे तौर पर अमेरिका और अमेरिकी फौज को उठाने पड़ेगे क्योंकि पाकिस्तान में बैठे तालिबानी आतंकी अफगानिस्तान की तरफ रूख करेंगे।