माना जा रहा है कि जिन जिलों में अभी तक संगठन के पदाधिकारी की घोषणा नहीं हुई हैं। उन पर प्रियंका अपनी मुहर लगा सकती है। पिछले दिनों प्रियंका के कुछ पदाकारियों को पार्टी संगठन में कमान सौंपने के बाद दस बड़े नेताओं ने सोनिया गांधी से शिकायत की थी। इन नेताओं का कहना था कि वह कई सालों से पार्टी की सेवा की है। उसके बाद सगंठन में उन्हें जगह नहीं मिली है और कम अनुभवी नेताओं को संगठन में जगह दी गई है।