असल में सपा ने 4 सितंबर, 2019 को पार्टी विधायक शिवपाल सिंह यादव की सदस्यता की अयोग्यता के लिए उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा था और इसके बाद 23 मार्च को सपा ने अध्यक्ष को एक और पत्र लिखकर अपने याचिका को वापस लेने की बात कही थी। लिहाजा अब सपा के अनुरोध पर इसे वापस ले लिया गया है।