फिलहाल मांझी के महागठबंधन से बाहर जाने के बाद राज्य में विपक्षी दलों को बड़ा झटका लगा है। वहीं पार्टी के कार्यकर्ताओं को हम के जदयू में विलय की आशंका सता रही है। लिहाजा पिछले 2 दिनों से विभिन्न जिलों से कार्यकर्ता पार्टी अध्यक्ष जीतन राम मांझी से मुलाकात कर रहे हैं और विलय नहीं करने की बात पर दबाव दे रहे हैं।