दोनों ही अधिकारी भारत और विदेश में कई सफल खुफिया ऑपरेशन को अंजाम दे चुके हैं। दोनों को इस साल के अंत में सेवानिवृत्त होना था लेकिन सरकार ने उन्हें छह महीने का सेवा विस्तार दे दिया। अब यह तय है कि दोनों शीर्ष खुफिया अधिकारी अगले साल होने वाले आम चुनावों तक अपने-अपने पद पर बने रहेंगे।