Anti Sikh Riot
(Search results - 10)NewsMay 8, 2019, 4:22 PM IST
राहुल गांधी में हिम्मत नहीं है कि स्वीकार कर लें पीएम मोदी की चुनौती, यह है असली कारण
पांच चरण का मतदान संपन्न हो गया है औऱ अभी मात्र दो चरण का चुनाव बाकी है। ऐसे में पीएम मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पिता और पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी को भ्रष्टाचारी नंबर वन बताकर सनसनी फैला दी। यही नहीं पीएम ने कांग्रेस को चुनौती भी दे दी कि अगर वह चाहें तो बाकी के दो चरणों के चुनाव राजीव गांधी के नाम पर लड़कर देख ले। कांग्रेस पीएम के बयान पर हंगामा तो कर रही है लेकिन उनकी चुनौती स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है। आखिर क्या है इसका कारण जानिए यहां:-
NewsApr 15, 2019, 3:58 PM IST
1984 सिख नरसंहार मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को नहीं मिली जमानत, अगस्त तक जेल में रहना होगा
सीबीआई ने सज्जन कुमार की ओर से दायर जमानत याचिका को खारिज करने का किया था अनुरोध। एजेंसी ने कहा था, अगर सुप्रीम कोर्ट सज्जन कुमार को जमानत देता है, तो लंबित मामलों की ठीक से जांच नहीं हो सकेगी।
NewsApr 9, 2019, 4:14 PM IST
कांग्रेस के स्लोगन 'अब होगा न्याय' पर पीएम मोदी बोले, अब 'न्याय होना पक्का है'
कर्नाटक के चित्रदुर्ग में पीएम मोदी ने कहा, बोफोर्स घोटाला करने वालों के साथ अब 'न्याय होना पक्का है'। सिख दंगा करने वालों के साथ अब 'न्याय होना पक्का है'।
NewsApr 8, 2019, 3:05 PM IST
1984 सिख दंगा मामलाः सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई से सज्जन कुमार पर चल रहे मामले की स्थिति रिपोर्ट मांगी
- सीबीआई ने सज्जन कुमार की ओर से दाखिल जमानत याचिका का विरोध किया है। शीर्ष कोर्ट ने सीबीआई से पूछा अगर सज्जन कुमार को जमानत दी जाती है तो क्या वह परेशानी का सबब बनेंगे?
NewsMar 7, 2019, 6:54 PM IST
सिख दंगा मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार की मुश्किल बढ़ी, पति और बेटा गंवाने वाली गवाह अपने बयान पर कायम
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद दिल्ली में हुए 1984 के सिख विरोधी दंगा मामले में अहम गवाह चाम कौर अपने बयान पर कायम हैं। उन्होंने कहा कि वह फिर कहना चाहती है कि कांग्रेस नेता सज्जन कुमार ही दंगाइयों को निर्देश दे रहे थे।
NewsDec 31, 2018, 6:55 PM IST
1984 सिख विरोधी दंगा मामले में सज्जन कुमार से जुड़ा घटनाक्रम, जानिये कब क्या हुआ
1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद भड़के सिख विरोधी दंगों से जुड़े एक मामले में आजीवन कारावास की सजा पाए पूर्व कांग्रेस नेता सज्जन कुमार ने सरेंडर कर दिया है। दिल्ली हाईकोर्ट ने सज्जन कुमार को इस मामले में 17 दिसंबर को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।
NewsDec 31, 2018, 6:47 PM IST
1984 दंगेः सिख नेता बोले, हर दोषी को कानून के कठघरे में लाए जाने तक चैन से नहीं बैठेंगे
दिल्ली हाईकोर्ट ने सज्जन कुमार को इस मामले में 17 दिसंबर को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। सजा मिलने के बाद कुमार ने कांग्रेस की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था।
NewsDec 17, 2018, 9:33 PM IST
1984 सिखों का नरसंहारः 34 साल से रिसते ज़ख्म
31 अक्टूबर, 1984 को प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके अंगरक्षकों द्वारा गोली मारकर की गई हत्या के बाद दिल्ली में सिखों का कत्ल-ए-आम शुरु हो गया। दो नवंबर दिल्ली छावनी के राजनगर में दंगाइयों ने केहर सिंह, गुरप्रीत सिंह, रघुविंदर सिंह, नरेंद्र पाल सिंह और कुलदीप सिंह की बर्बर हत्या कर दी। इस मामले में 21 साल बाद 2005 में सीबीआई ने दर्ज की एफआईआर दर्ज की। इसके लिए पीड़ितों की शिकायत और नानावटी आयोग की सिफारिशों को आधार बनाया गया। दंगों के 26 साल बाद 13 जनवरी 2010 को आरोपपत्र दाखिल हुआ लेकिन 30 अप्रैल 2013 को कांग्रेस नेता सज्जन कुमार निचली अदालत से बरी हो गए। हालांकि 17 दिसंबर, 2018 को दिल्ली हाईकोर्ट ने आपराधिक साजिश, दंगा भड़काने में सभी 6 को दोषी माना और सज्जन कुमार, कैप्टन भागमल, गिरधारी लाल, बलवान खोकर को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। वहीं किशन खोकर और महेंद्र यादव को 10 साल की सजा दी गई।
NewsDec 17, 2018, 8:38 PM IST
1984 सिख विरोधी दंगेः जब रक्षक भी बन गए थे भक्षक
कोर्ट के फैसले में ऐसे कई उदाहरण हैं, जिनसे उस समय दिल्ली पुलिस का रवैया बेनकाब होता है। यह दर्शाता है कि कैसे दिल्ली पुलिस कानून का पालन करने के बजाय अपने राजनीतिक आकाओं के इशारों पर काम कर रही थी।
NewsNov 21, 2018, 3:58 PM IST
1984 फैसलाः पीड़ित बोले, उड़ने वाली है सज्जन कुमार, टाइटलर की नींद
11 परिजनों को गंवाने वाली गंगा कौर बोलीं, अब हम मगरमच्छ के फंसने का इंतजार कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि यह इसी सरकार के शासन में मुमकिन है।