जम्मू-कश्मीर को लेकर मलयेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद लगातार बयान दे रहे थे। वो बयान अपने मित्र राष्ट्र पाकिस्तान को लाभ पहुंचाने के लिए कर रहे थे। जबकि कश्मीर भारत का अंदुरूनी मामला है। संयुक्त राष्ट्र में भी पिछले साल हुई बैठक में मलयेशिया ने पाकिस्तान का साथ दिया था। लेकिन इन दोनों देशों को वहां पर भी मुंह की खानी पड़ी थी।