असल में नक्सली ने अपने कार्य करने की रणनीति को बदला है। वह इस बार शिक्षण संस्थाओं के जरिए अपनी पैठ को बनाना चाह रहे हैं। इसका खुलासा कुछ दिन पहले भोपाल में पकड़े गए श्रीवास्तव दंपति से पूछताछ में हुआ है। इन नक्सलियों की जड़े राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के कई मदरसे व शिक्षण संस्थानों के छात्र तक पहुंची हुई है। क्योंकि ये सॉफ्ट टारगेट हैं।