पूर्व की यूपीए सरकार के कार्यकाल में 2010 में सामने आए ऑगस्ता वेस्टलैंड चौपर डील घोटाले की जांच में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने खुलासा किया है। ईडी के मुताबिक देश के प्रमुख मीडिया संस्थानों से तीन संपादक और पत्रकार को इस डील में खबर बदलने और दबाने के लिए पैसे दिए गए थे।