Ayodhya Verdict  

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  • Why question on Supreme Court's decision on AyodhyaWhy question on Supreme Court's decision on Ayodhya

    NewsNov 25, 2019, 9:29 PM IST

    आखिर अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सवाल क्यों

    ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ एक समीक्षा याचिका दायर की है। बोर्ड एक निजी संगठन है, इसमें न तो चुनाव होते हैं, न ही सरकारी प्रतिनिधित्व होता है और न ही इसे सदस्यता के लिए किसी योग्यता की आवश्यकता होती है। यह 47 साल पहले इंदिरा गांधी के काल में स्थापित एक गैर-लाभकारी संगठन है, जिसकी वैधता बेहद संदिग्ध है। इस संगठन के सदस्य स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) जैसे आतंकवादी संगठनों का समर्थन करते हैं। वे अपने आप को भारतीय मुसलमानों के लिए मुखपत्र के रूप में चित्रित करते हैं जो उनकी कल्पना के अलावा कुछ भी नहीं है। 

  • After the Ayodhya verdict, the Modi government again remembered the troublesome DovalAfter the Ayodhya verdict, the Modi government again remembered the troublesome Doval

    NewsNov 10, 2019, 7:49 PM IST

    अनुच्छेद 370 के सूत्रधार डोभाल अयोध्या फैसले के बाद फिर कैसे बने मोदी सरकार के 'संकटमोचक'

    आज राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने बाबा रामदेव, स्वामी परमात्मानंद, अवधेशानंद गिरि शिया मुस्लिम धर्म गुरु मौलाना कल्बे जवाद, मौलाना अरशद मदनी से मुलाकात की। अयोध्या मामले में फैसला आने के बाद ये काफी अहम बैठक मानी जा रही है।क्योंकि ज्यादातर मुस्लिम और हिंदू धार्मिक गुरुओं ने इस फैसले को खुलेमन से स्वीकार किया है।

  • After the Ayodhya verdict, Jaish is preparing to attack in India, alert agencies alertedAfter the Ayodhya verdict, Jaish is preparing to attack in India, alert agencies alerted

    NewsNov 10, 2019, 11:14 AM IST

    अयोध्या फैसले के बाद जैश कर रहा है भारत में हमले की तैयारी, अलर्ट हुई खुफिया एजेंसियां

    असल में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से ही जैश भारत में बड़ी घटनाओं को अंजाम देने के फिराक में है। लेकिन अभी तक सफल नहीं हो सका है। क्योंकि भारतीय सुरक्षा एजेंसियां चौकन्ना हैं। फिलहाल खुफिया एजेंसियों को पाकिस्तान में स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के संभावित आतंकी हमलों के संदेश मिल रहे हैं। जिसके बाद राज्यों को अलर्ट रहने को कहा है।

  • Temporary jails are being built in districts around AyodhyaTemporary jails are being built in districts around Ayodhya

    NewsNov 8, 2019, 9:06 AM IST

    अयोध्या के आसपास के जिलों में बनाई जा रही हैं अस्थायी जेलें

    अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर अंबेडकरनगर के कॉलेजों में राज्य सरकार ने 8 अस्थायी जेलें बनाई हैं। ताकि किसी भी स्थिति ने निपटा जा सके। हालांकि अयोध्या के साथ ही पूरे प्रदेश में पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय है। वहीं अयोध्या और आस-पास के जिलों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। 

  • Know why Sonia is under pressure regarding AyodhyaKnow why Sonia is under pressure regarding Ayodhya

    NewsNov 8, 2019, 8:53 AM IST

    अनुच्छेद 370 के बाद एक बार फिर अयोध्या पर बंटी कांग्रेस

    असल में पिछले साल दिसंबर में तीन राज्यों में हुए चुनाव में कांग्रेस इन तीनों राज्यों में सरकार बनाने में कामयाब रही। उस वक्त पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी और उन्होंने मंदिर राजनीति शुरू की थी और इसका फायदा कांग्रेस को मिला। राहुल के मंदिरों के दर्शन करने से हिंदू वोटरों का रूझान कांग्रेस की तरफ हुआ है। यही नहीं लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने साफ्ट हिंदू राणनीति पर काम किया। हालांकि उसे ज्यादा फायदा नहीं मिला।

  • From update on Maharashtra political crisis to tight security ahead of Ayodhya verdict, watch MyNation in 100 secondsFrom update on Maharashtra political crisis to tight security ahead of Ayodhya verdict, watch MyNation in 100 seconds

    NewsNov 7, 2019, 9:19 PM IST

    महाराष्ट्र चुनाव में संजय राउत के भाजपा पर तंज से अयोध्या में फैसले को लेकर यूपी में कड़ी सुरक्षा तक, देखिए माय नेशन के 100 सेकेंड्स में

    शिवसेना सांसद और मुखपत्र सामना के संपादक संजय राउत ने कहा कि भाजपा सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद सरकार नहीं बना पा रही

  • Ayodhya dispute: Supreme Court to hear pleas challenging Allahabad high court verdictAyodhya dispute: Supreme Court to hear pleas challenging Allahabad high court verdict

    NewsOct 29, 2018, 9:31 AM IST

    अयोध्या मामला - जानिये अब तक की कहानी

    इलाहाबाद हाई कोर्ट की 3 जजों की बेंच ने 30 सितंबर, 2010 को दो-एक के बहुमत वाले फैसले में कहा था कि 2.77 एकड़ जमीन को तीनों पक्षों सुन्नी वक्फ बोर्ड, निर्मोही अखाड़ा और रामलला में बराबर-बराबर बांट दिया जाए।