फिलहाल कमलनाथ के हनुमान चालीसा को लेकर सवाल भी उठने शुरू हो गए हैं और विपक्षी दलों का आरोप है कि कमलनाथ सिर्फ अपनी राजनीति इसके जरिए चमकाना चाहते हैं जबकि कांग्रेस पार्टी हमेशा से ही भगवान श्रीराम की विरोधी रही है और उनके अस्तित्व को स्वीकर नहीं करती तो सोनिया गांधी के करीबी हनुमान चालीसा पाठ क्यों करा रहे हैं।