पिछले दस सालों में पाकिस्तान विदेशी एजेंसियों से 30 हजार करोड़ डॉलर विदेशी कर्ज ले चुका है और जबकि दस साल पहले यही कर्ज 6 हजार डॉलर था। इमरान खान की पाकिस्तान में सरकार बनने के बाद पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति और ज्यादा खराब हो गई है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब देश के पीएम का दफ्तर ही बिजली का बिल नहीं चुका पा रहा तो देश की माली हालत कैसी होगी।