Bhairav
(Search results - 6)LifestyleApr 8, 2024, 10:44 PM IST
Navratri 2024: माता शैलपुत्री का सबसे पुराना मंदिर,जहां नवरात्रि पर पूरी होती है हर मुराद
Mata Shailputri Mandir Varanasi: नवरात्रि का प्रारंभ हो गया है। पहले दिन माता शैलपुत्री की पूजा की जाती है। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि देश के किस राज्य में माता का मंदिर स्थित है।
LifestyleMar 28, 2024, 1:55 PM IST
Chaitra Navratri 2024: बन जाएंगे बिगड़े काम,नवरात्रि पर करें मां दुर्गा के 5 मंदिरों के दर्शन
Chaitra Navratri 2024: होली के बाद मां दुर्गा के विशेष पूजा के लिए नवरात्रि (Navratri kab hai) का इंतजार भक्तों को बेसब्री है। इस बार 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्र शुरू हो रहे हैं। ऐसे में अगर आप भी माता के द्वारा जाने का मन बना रहे हैं तो हम आपके लिए मंदिरों की लिस्ट लेकर आए हैं।
LifestyleMar 12, 2024, 12:45 PM IST
Rajasthan के 6 वेन्यू पर सेलेब्स का आया दिल,Kiara-Sid ने यहीं की शादी
Meera Chopra Wedding Destination Wedding Rajasthan Cost: बॉलीवुड की फेमस एक्ट्रेस प्रियंका और परिणीति चोपड़ा की बहन मीरा चोपड़ा जयपुर में बिजनेसमैन अक्षित केजरीवाल से शादी रचाने वाली हैं। बता दें, राज्सथान में प्रिंयका-परिणीति ने भी सात फेरे लिए थे। ऐसे में हम आपको राजस्थान टॉप डेस्टिनेशन वेडिंग वेन्यू बताएंगे।
SpiritualityNov 30, 2023, 1:25 PM IST
Kaal Bhairav Ashtami 2023: 4 या 5 दिसंबर, कब है कालभैरव अष्टमी?
Kaal Bhairav Ashtami 2023 Kab Hai: धर्म ग्रंथों में भगवान शिव के अनेक अवतारों के बारे में बताया गया है, इन्हीं में से एक है कालभैरव। ग्रंथों के अनुसार अगहन मास में कालभैरव प्रकट हुए थे, इसलिए इस महीने में इनका जन्मदिवस मनाया जाता है।
Motivational NewsOct 6, 2023, 10:01 AM IST
मनरेगा मजदूर से एशियन गेम्स मेडलिस्ट तक...पिता लेबर खुद भी मजदूरी-वेटर बनें: ये है राम बाबू की सक्सेस स्टोरी
एशियन गेम्स 2023 में यूपी के सोनभद्र के रहने वाले रामबाबू ने 35 किमी पैदल चाल की मिश्रित टीम स्पर्धा में मंजू रानी के साथ कांस्य पदक जीता है। कोविड महामारी के दौरान रामबाबू ने मनरेगा में मजदूरी की। हालात कैसे भी हों, राम बाबू ने कभी उनके आगे घुटने नहीं टेके। हमेशा उनकी नजरें अपने लक्ष्य पर टिकी रहीं।
SpiritualitySep 15, 2019, 8:27 AM IST
भैरव का प्रतीक कुत्ता भी है शिव का गण, जानिए कैसे मिला उसे यह स्थान
भगवान शिव अनाथों के नाथ हैं। संसार में जिसका कोई सहारा नहीं होता उसे महादेव अवश्य अपने चरणों में स्थान देते हैं। यहां तक कि पशु पक्षियों की गिनती भी शिव के गणों में की जाती है। ऐसी ही एक कथा है काले श्वान यानी कुत्ते की। जिसे भगवान शिव ने अपने गणों में शामिल करके अपने प्रतिरुप भैरव का वाहन नियुक्त किया है।