शशिकांत गुप्ता के बेटे सरल गुप्ता की लाल मस्जिद के पास स्थित नसीम होटल में काम करने वाले मामा नाम के एक युवक से दोस्ती थी। अकसर दोनों इलाके में घूमा करते थे। दोनों अक्सर साथ में घूमते थे। ईद के अगले दिन मामा ने सरल को अपने घर पर खाने के लिए बुलाया था और वहां पर गोश्त रखा था। जिसे मामा ने बताया कि ये बकरे का मीट है। लेकिन खान के बाद मामा ने कहा कि वो बकरे का नहीं बल्कि भैंस का मीट था तो सरल ने इसका विरोध किया।