नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की ओर से संसद में पेश की गई रिपोर्ट में सामने आया है कि यूपीए सरकार ने आठ टोही विमानों की खरीद का ठेका देने के लिए अमेरिकी कंपनी बोइंग की बोली को 'गलत तरीके से' कम बताया। यह ठेका 10,000 करोड़ रुपये का था। रिपोर्ट के अनुसार, 'अमेरिकी कंपनी बोइंग ने इस ठेके के लिए 8,700.37 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। वहीं होड़ में शामिल स्पेन की कंपनी ईएडीएस कासा की बोली 7,776 करोड़ रुपये थी। इसके अलावा कंपनी दो साल के लिए प्रोडक्स सपोर्ट भी दे रही थी।' इसके बावजूद बोइंग को ठेका दिया गया। जानिए इस घोटाले की पूरी कहानी...