असल में केंद्रीय टीम ने एक कोटा अस्पताल का दौरा किया था, जहां पिछले साल दिसंबर में ही 100 से अधिक बच्चों की मौत हो गई। टीम का कहना है कि स्वास्थ्य सुविधा में कई उपकरण काम नहीं कर रहे थे और वहां पर बच्चों की संख्या के आधार पर बेड की संख्या भी अपर्याप्त थी। इस मामले की जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय ने संसद में दी है। राज्य में इस अस्पताल में एक साल के दौरान एक हजार से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई थी।