हाई प्रोफाइल मर्डर केस होने के कारण इस मामले में पुलिस फूंक-फूंक चल चल रही है। वहीं अपूर्वा शुक्ला तिवारी का एक वकील होना भी पुलिस के लिए दिक्कत भरा है। क्योंकि बगैर किसी सबूत के पुलिस अदालत में अपूर्वा को कातिल साबित नहीं कर पाएगी क्योंकि वह अच्छी तरह से कानूनी बारिखियों को जानती है।