ईडी ने जो केस चंदा कोचर और उनके पति पर दर्ज किया है। उसके मुताबिक चंदा कोचर ने आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ रहते हुए वीडियोकान समूह को 1,875 करोड़ रपए का कर्ज दिया था। हालांकि इस कर्ज का ज्यादातर हिस्सा वीडियोकॉन ने बाद में एनपीए घोषित कर दिया था। बैंक ने ये कर्ज 2009 से 2011 के दौरान दिया। आरोप है कि इस कर्ज के बदले में चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की कंपनी नूपावर रिन्यूएबल्स लिमिटेड को वीडियोकॉन समूह ने पैसा ट्रांसफर किया था।