नागरिकता कानून के विरोध में पिछले चालीस दिन बंद शाहीन बाग रोड को खुलवाने के लिए जनता मार्च निकालने की तैयारी कर रही हैं। हालांकि अब ये धरना प्रदर्शन खानापूर्ति के लिए रह गया है। क्योंकि इस प्रदर्शन को अब केवल मुस्लिम समुदाय के लोगों का समर्थन मिल रहा है। क्योंकि अब प्रदर्शकारी आक्रामक भी हो रहे हैं। शुक्रवार को वहां पहुंचे पत्रकारों पर भी प्रदर्शकारियों ने हमला किया और मारपीट की औैर उनके कैमरे भी तोड़े।