विधानसभा में वर्तमान विधायकों के संख्याबल के आधार पर एक राज्यसभा प्रत्याशी के लिए 52 सदस्यों का समर्थन जरूरी है। वहीं कांग्रेस के पास 92 विधायक हैं। इस आधार पर वह एक सदस्य को आसानी से राज्यसभा में पहुंचा सकती है। जबकि भाजपा के पास 107 सदस्य और उसे निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन है।