असल में इस पूरी मुहिम को कांग्रेस विधायक अदिति सिंह चला रही हैं। जबकि अदिति सिंह के पिता माफिया डॉन अखिलेश सिंह पर्दे के पीछे इसके लिए पूरी बिसात पर नजर रखे हुए हैं। दो साल पहले अवधेश सिंह की जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर ताजपोशी कांग्रेस ने अखिलेश सिंह को किनारे करने की रणनीति के तहत ही की थी। रायबरेली में अखिलेश सिंह की ताकत को कम करने के लिए कांग्रेस ने दिनेश सिंह को आगे बढ़ाया। लेकिन अब उनके बीजेपी में जाने के बाद कांग्रेस फिर अखिलेश सिंह की बेटी पर दांव खेल रही है।