Drdo
(Search results - 25)Beyond NewsMar 19, 2022, 6:01 PM IST
DRDO ने रचा इतिहास, देश में पहली बार 45 दिन में खड़ी कर दी 7 मंजिला इमारत, IAF के लिए होगी इस्तेमाल
आमतौर पर किसी बिल्डिंग को बनने में महीनों-सालों लग जाते हैं, लेकिन रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने बेंगलुरु स्थित इस इमारत को बनाने में सिर्फ 45 दिन लिए। यह एक रिकार्ड है। जिसका उद्घाटन खुद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह(Defence Minister Rajnath Singh) करने पहुंचे।
Beyond NewsDec 29, 2021, 11:57 AM IST
अब माइनस 50 डिग्री ठंड में भी चोटियों पर डटे रहेंगे जवान, DRDO की तकनीक से देश में बनेंगे सैनिकों के कपड़े
DRDO की इस तकनीक को एक्सट्रीम कोल्ड वेदर क्लॉथिंग सिस्टम (ECWCS) नाम दिया गया है। यह तकनीक मिलने के बाद भारतीय कंपनियां अपने जवानों को तो यह कपड़े मुहैया कराएंगे ही, साथ ही दूसरे देशों को भी कपड़ों का निर्यात कर सकेंगे।
Beyond NewsNov 6, 2021, 12:37 AM IST
LAC पर China से तनाव के बीच स्वदेशी Anti Airfield Weapon का सफल परीक्षण, खूबी जानकर दुश्मनों के होश उड़ जाएंगे
डीआरडीओ लैब (DRDO Lab) के समन्वय और आईएएफ (IAF) के सहयोग से स्मार्ट एंटी एयरफील्ड हथियार को RCI द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है।
Beyond NewsOct 29, 2021, 10:34 PM IST
लंबी रेंज टारगेट करने वाले स्वदेशी बम का सफल परीक्षण, लड़ाकू विमानों की ताकत में हुआ इजाफा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने DRDO, IAF और सफल उड़ान परीक्षण से जुड़ी अन्य टीमों को बधाई दी है और कहा है कि यह भारतीय सशस्त्र बलों के लिए ताकत बढ़ाने वाला साबित होगा।
Beyond NewsAug 25, 2021, 8:06 PM IST
DRDO ने अब भारत में ही तैयार कर ली 'वो' टेक्नोलॉजी, जो मिसाइलों के हमले से Fighter Planes को बचाएगी
DRDO ने अब भारत में ही वो टेक्नोलॉजी (Advanced Chaff Technology) डेवलप की है, जो मिसाइलों के अटैक से लड़ाकू विमानों की रक्षा करेगा। अभी इस टेक्नोलॉजी को खरीदने के लिए अरबों डॉलर खर्च करने पड़ते थे। यानी आत्मनिर्भर भारत की दिशा में यह एक जबर्दस्त पहल है। इससे भारत की मुद्रा बचेगी।
Beyond NewsAug 20, 2021, 6:09 PM IST
DRDO ने विकसित की Chaff तकनीकी, रडार खतरों से वायुसेना के लड़ाकू विमानों को बचाएगा
एडवांस्ड Chaff टेक्नोलॉजी एक इलेक्ट्रॉनिक काउंटरमेजर तकनीक है जिसका इस्तेमाल दुनिया भर की सेनाएं नौसेना के जहाजों और विमानों की तरह अपनी संपत्ति की सुरक्षा के लिए करती हैं।
TechJan 17, 2020, 10:24 AM IST
भारत का पहला मानव मिशन गगनयान देश का नाम करेगा रोशन
नमस्कार स्वागत है आपका माय नेशन में, मेरा नाम है अमल चौधरी और आज हम बात करेंगे भारत के पहले मानव मिशन गगनयान के बारे में. अंतरिक्ष में भारत के पहले मानव मिशन ‘गगनयान’ के लिए चयनित 4 अंतरिक्ष यात्रियों को प्रशिक्षण के लिए इस महीने रूस भेजा जाएगा। वह वहां 11 महीने तक प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सभी अंतरिक्ष यात्रियों का प्रशिक्षण जनवरी के तीसरे हफ्ते से शुरू होगा। गगनयान प्रोजेक्ट के लिए 10 हजार करोड़ रुपए की लागत आएगी। इसे 2022 में देश की आजादी की 75वीं सालगिरह पूरी होने के उपलक्ष्य में लॉन्च किया जाएगा।
NewsSep 18, 2019, 2:48 PM IST
'अस्त्र' देगा देश के सेना को हवा से हवा में मार करने की ताकत, देखिए क्या है इसकी खासियतें
रक्षा अनुसंधान तथा शोध संस्थान यानी डीआरडीओ ने आज अस्त्र मिसाइल का सफल परीक्षण किया। हवा से हवा में मार करने वाली यह मिसाइल का डिजाइन पूरी तरह स्वदेशी है। आईए आपको बताते हैं कि दुश्मन के लिए कितना खतरनाक हो सकता है भारत का यह 'अस्त्र'-
NationAug 20, 2019, 4:23 PM IST
जानिए क्यों भारत के गुप्त हथियार 'काली' का नाम सुनते ही थर्राने लगते हैं चीन और पाकिस्तान
'काली' यह नाम भारतीयों के लिए अजनबी नहीं है। क्योंकि इस नाम से हम संहार और युद्ध की देवी की उपासना सदियों से करते आए हैं। लेकिन इसके अलावा एक 'काली' और है, जिसका नाम सुनते ही चीन और पाकिस्तान थर्राने लगते हैं। यह भारत का एक गुप्त हथियार है, जिसे भारतीय एजेन्सियों बार्क और डीआरडीओ ने मिलकर विकसित किया है। भले ही कश्मीर मामले को लेकर पाकिस्तान और चीन दोनों गुस्ताखियां करने पर उतारु हैं। लेकिन हम भारतीयों को घबराने की जरुरत नहीं है। क्योंकि काली हमारे इन दोनों बड़े दुश्मनों को एक साथ संभाल सकता है।
NewsAug 5, 2019, 8:24 AM IST
दुश्मन के टैंकों और जहाजों का होगा तुरंत नाश, डीआरडीओ ने किया मिसाइल का सफल परीक्षण
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन यानी डीआरडीओ ने ओडिशा के बालासोर में जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। यह त्वरित कार्रवाई करने में सक्षम मिसाइल है, जो कि दुश्मन के टैकों और विमानों को तुरंत नष्ट कर देगी।
NewsJul 20, 2019, 8:24 AM IST
देखिए कैसे भारत का 'नाग' पल भर में तबाह कर देगा चीन और पाकिस्तान के टैंक
भारत की टैंक रोधी नाग मिसाइल का सफल परीक्षण राजस्थान के पोरखण रेंज में संपन्न हो गया। इस मिसाइल का गर्मियों का ट्रायल 7 से 18 जुलाई तक चला है। साल के अंत तक इसका उत्पादन शुरु हो जाएगा। नाग मिसाइल दुश्मन के टैंक को एक ही पल में तबाह करने में सक्षम है।
NewsMay 18, 2019, 1:21 PM IST
भारतीय नौसेना की बड़ी कामयाबी: सतह से ही गिरा देगी दुश्मन के जहाज और मिसाइलें
भारतीय नौसेना ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। अब उसके पास यह ताकत आ चुकी है कि हवाई रास्ते से हमला करने आ रहे दुश्मन के जहाज और मिसाइल को सतह से ही तबाह कर दे। इसके लिए नौसेना ने सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का परीक्षण किया, जो कि पूरी तरह सफल रहा।
NewsApr 15, 2019, 2:25 PM IST
1000 किलोमीटर तक मार करने वाली 'निर्भय' मिसाइल का सफल परीक्षण
पाकिस्तान, चीन समेत कई देश इस मिसाइल की जद में है। यह मिसाइल कुछ सेकेंड में ही दुश्मन देशों के किसी भी इलाके को नेस्तानाबूद करने में सक्षम है। यह मिसाइल 200 से 300 किलोग्राम तक वॉरहेड ले जा सकती है।
ViewsApr 7, 2019, 8:33 PM IST
पाकिस्तान और देशविरोधियों पर आंख मूंदकर यकीन करने वाले इस तमाचे को हमेशा याद रखें
एक अमेरिकी पत्रिका की झूठी रिपोर्ट को आधार बनाकर पाकिस्तान ने दावा किया कि उसका कोई एफ16 विमान भारत ने नहीं गिराया है। हमारी पत्रकार बिरादरी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के ट्वीट को तो फॉलो करती ही है। बस, धड़ाधड़ समाचार फ्लैश कर दिया गया। हमने यह भी नहीं सोचा कि यह पाकिस्तान की कुटिल नीति हो सकती है। हमारे लिए अमेरिकी पत्रिका, इमरान खान सच और अपनी वायुसेना झूठी हो गई। इसी तरह नासा ने मिशन शक्ति को बेहद खतरनाक बताते हुए कहा था कि इसकी वजह से अंतरिक्ष की कक्षा में करीब 400 मलबे के टुकड़े फैल गए हैं। लेकिन डीआरडीओ अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी ने स्वयं सामने आकर नासा के वक्तव्य को तथ्यों के साथ खारिज कर दिया। आखिर कब तक हम अपनों की बात खारिज करके दूसरों पर भरोसा करते रहेंगे।
NewsMar 28, 2019, 11:13 AM IST
स्पेस में भारतीय मिसाइल: सुपर पॉवर हैरान, पाकिस्तान और कांग्रेस परीक्षण से कंफ्यूज?
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तीन अन्य देश अमेरिका, रूस और चीन भारत के इस परीक्षण से आश्चर्यचकित हैं। रूस भले ठंडे बस्ते में हो लेकिन अमेरिका को भनक भी नहीं लगी और भारत ने सफल परीक्षण कर लिया। वहीं 2007 में यूपीए के पहले कार्यकाल के दौरान इस क्षमता का परीक्षण करने वाला चीन भारत के परीक्षण पर अपनी प्रतिक्रिया में स्पष्ट नहीं है।