Drone Attack
(Search results - 5)NewsSep 22, 2019, 6:30 PM IST
ईरान ने दी अमेरिका को धमकी, कहा हमला हुआ तो बना देंगे ‘जंग का मैदान’
पिछले दिनों सऊदी अरब के तेल कंपनी पर ड्रोन हमले के बाद ईरान और अमेरिका के बीच रिश्ते और ज्यादा खराब हो गए हैं। हालांकि रिश्ते पहले से ही खराब चल रहे थे। लेकिन इस हमले के बाद अमेरिका न ईरान पर और ज्यादा प्रतिबंध लगा दिए थे। हालांकि अमेरिका ईरान पर पहले ही प्रतिबंध लगा चुका है। लेकिन ड्रोन हमले के बाद अमेरिका ने ईरान से किसी भी तरह की बातचीत से इंकार किया है।
NewsSep 17, 2019, 11:01 AM IST
महंगे पेट्रोल और डीजल के लिए रहें तैयार, जल्द बढ़ सकती हैं कीमतें
जानकारी के मुताबिक तेल कंपनियां अपने घाटे को कम करने के लिए आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा कर सकती हैं। ऐसा माना जा रहा कि तेल कंपनियां करीब 5-6 रुपये प्रति लीटर की दर से तेल की कीमतों में इजाफा कर सकती हैं। वहीं सोमवार को ग्लोबल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड में 19 फीसदी का इजाफा देखने को मिला और कच्चे तेल की कीमत 72 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई।
WorldSep 16, 2019, 7:01 AM IST
कौन है अमेरिका और सऊदी अरब को घुटने पर लाने वाला आतंकी संगठन 'अंसारुल्लाह'?
आरामको तेल कंपनी ड्रोन हमले से अमेरिका और सऊदी अरब को भारी नुकसान हुआ है। इस हमले की जिम्मेदारी यमन के अतिवादी हुती विद्रोहियों के प्रवक्ता यहया अस्सरीअ ने ली है। जिसे 'अंसारुल्लाह' के नाम से भी जाना जाता है। भारत में भी इसके खिलाफ एनआईए जांच कर रही है।
WorldSep 15, 2019, 2:42 PM IST
दुनिया को जंग की आग में धकेल सकता है सऊदी तेल प्रतिष्ठान पर हुआ हमला, ये हैं 5 प्रमुख वजहें
सऊदी अरब में तेल कंपनी आरामको पर हुआ हमला कोई साधारण हमला नहीं है। इसकी वजह से दुनिया भर के तेल उत्पादन पर असर पड़ा है। इस हमले के बाद जिस तरह सऊदी अरब और अमेरिका बौखलाते हुए ईरान को निशाने पर ले रहे हैं, उससे पूरी दुनिया पर एक बड़ी जंग का खतरा मंडराने लगा है। यही वजह है कि आरामको पर हुए हमले के बाद पूरी दुनिया के देशों की नजर इसके बाद के घटनाक्रम पर है। इस हमले की जिम्मेदारी ली है अंसारुल्लाह आतंकवादी संगठन ने-
NewsSep 14, 2019, 2:50 PM IST
सऊदी अरब के तेल संयंत्रों पर ड्रोम हमले, जानें कौन है इसके पीछे
हालांकि अभी तक अब्कैक और खुरैस तेल संयंत्रों में ड्रोन हमलों को लेकर किसी ने अभी तक जिम्मेदारी नहीं ली है। लेकिन अमेरिका और ईरान के बीच चल रहे तनाव के बीच इस हमले को अहम माना जा रहा है। असल में सऊदी अरब को अमेरिका का दोस्त माना जाता था और ईरान और सऊदी अरब में आतंकी हमलों को लेकर दोनों देश एक दूसरे को दोष देते रहते हैं।