Election Result
(Search results - 76)NewsFeb 11, 2020, 8:22 PM IST
दिल्ली चुनाव के परिणामों से न्यूजीलैंड के सिरीज जीतने तक, देखिए माय नेशन के 100 सेकेंड्स में
दिल्ली विधानसभा चुनाव के रुझानों में 63 सीटों पर बढ़त बनाने वाली आम आदमी पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलना तय लग रहा है। खबर लिखे जाने तक उसे 4 सीटों का नुकसान हो रहा था तो वहीं भाजपा 7 सीटों पर आगे थी. भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए पिछले दो साल में सात राज्यों में सत्ता गंवा चुका है। दूसरी बार मोदी सरकार बनने के बाद 4 राज्यों में चुनाव हुए, जिसमें से तीन चुनाव भाजपा हार गई। न्यूजीलैंड ने भारत को वनडे सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप कर दिया। मंगलवार को खेले गए सीरीज के आखिरी मैच में कीवी टीम ने 5 विकेट से जीत दर्ज की।
NewsFeb 11, 2020, 10:15 AM IST
दिल्ली का दंगल: शुरूआती परिणाम में आप आगे पर भाजपा की सीटों में सुधार
फिलहाल दिल्ली में आम आदमी पार्टी के कार्यालय में जश्न का माहौल है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पार्टी कार्यालय में पहुंच गए हैं। रूझानों को देखकर लग रहा है कि पार्टी ने दिल्ली की सत्ता में वापसी कर ली है। हालांकि चुनाव परिणाम कोई चौंकाने वाले नहीं हैं। क्योंकि एक्जिट पोल में सभी ने फिर से दिल्ली की सत्ता पर आप की वापसी की भविष्यवाणी की थी।
NewsFeb 11, 2020, 6:38 AM IST
किसके लिए आज मंगल होगी दिल्ली की सत्ता, चुनाव परिणाम पर सबकी नजर
दिल्ली चुनाव परिणामों को नागरिकता कानून से भी जोड़ा जा रहा है। क्योंकि इस कानून को लागू करने के बाद भाजपा झारखंड में चुनाव हार चुकी है। वहीं लोगों का कहना है कि नागरिकता कानून का असर भाजपा को दिल्ली में भी देखने को मिलेगा। वहीं सियासी पंडितों का कहना है कि दिल्ली में भाजपा को मजबूत करेगी।
NewsJun 6, 2019, 5:26 PM IST
तिरुपति जाकर पीएम मोदी ईश्वर की आराधना के साथ दक्षिण की जनता को भी लुभाएंगे
दो दिन बाद यानी 9 जून के पीएम नरेन्द्र मोदी दक्षिण भारत के प्रसिद्ध तीर्थस्थल तिरुपति की यात्रा कर रहे हैं। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य सिर्फ ईश्वर की आराधना ही नहीं बल्कि दक्षिण की जनता के बीच बीजेपी को स्थान दिलाना भी है। क्योंकि बीजेपी अब दक्षिण में कर्नाटक से आगे पूरे विंध्य क्षेत्र में खुद को मजबूत बनाने की कवायद में जुटी है।
NewsJun 4, 2019, 6:17 PM IST
क्या कर्नाटक में गिरने वाली है जेडीएस-कांग्रेस सरकार, देखिए 6 अहम संकेत
कर्नाटक में मामूली बहुमत से सत्ता पर काबिज एच डी कुमारस्वामी की सरकार पर भारी खतरा मंडरा रहा है। ताजा घटनाक्रमों पर गौर करने पर लगता है कि यहां जेडीएस कांग्रेस सरकार कभी भी गिर सकती है। आईए आपको दिखाते हैं इस बात के छह अहम सबूत कि कैसे कर्नाटक सरकार की उलटी गिनती शुरु हो गई है।
ViewsMay 29, 2019, 3:50 PM IST
जीत के बाद पीएम मोदी के भाषणों में दिखा ‘सर्वजन हिताय’ का लक्ष्य
पीएम मोदी सत्ताधारी भाजपा एवं राजग के नेता तथा देश के प्रधानमंत्री हैं। इसलिए उनके एक-एक शब्द मायने रखते हैं। उनकी बातें पार्टी के साथ उनके करोड़ों समर्थकों के लिए तो व्यवहार सूत्र की तरह हैं ही, विरोधियों के लिए अपनी सोच और व्यवहार में परिवर्तन के लिए विचार की अभिप्रेरणा देने वाला है। उदाहरण के लिए पार्टी मुख्यालय से देश और दुनिया को संबोधित करते हए उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान मुझे जो कुछ कहा गया वो सब मैं भूल गया, चुनाव में विजय बहुमत से मिलता है लेकिन सरकार सर्वमत से चलती है।
NewsMay 26, 2019, 11:52 AM IST
जानें क्यों टीवी देखकर लालू ने छोड़ दिया है खाना पीना
लालू ने तेजस्वी यादव को एक तरह से उत्तराधिकारी बनाया था, लेकिन तेजस्वी भी कुछ नहीं कर पाए। वहीं लालू परिवार में दो भाईयों के बीच चली आ रही जंग अभी शांत है, लेकिन माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में ये जंग तेज होगी। क्योंकि तेज प्रताप चुनाव में मिली हार के लिए तेजस्वी को जिम्मेदार जरूर बताएंगे।
NewsMay 25, 2019, 4:27 PM IST
चुनाव खत्म होने के बाद भी खत्म नहीं हुई तृणमूल कांग्रेस की गुंडागर्दी
चुनाव खत्म होने और नतीजे आने के बावजूद पश्चिम बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर तृणमूल कांग्रेस के गुंडों का हमला रुक नहीं रहा है। आज एक और बीजेपी कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना बंगाल के चकदाह इलाके की है।
NewsMay 24, 2019, 8:48 PM IST
कर्नाटक में भाजपा की जीत से कांग्रेस में नेताओं के बढ़ते इस्तीफों तक, देखिए माय नेशन के 100 सेकेंड्स में
दक्षिण का द्वार कहे जाने वाले कर्नाटक में जिस तरह बीजेपी ने जीत हासिल की। वह ऐतिहासिक है। कर्नाटक की 28 सीटों में से बीजेपी ने 25 सीटें जीत ली। उसे 50 फीसदी से ज्यादा वोट हासिल हुए। इस जीत ने कर्नाटक में बीजेपी के पैर जमा दिये हैं।
NewsMay 24, 2019, 8:44 PM IST
...यूं ही दिल जीतने वाले जादूगर नहीं कहे जाते मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अलग धारा का नेता कहा जाता है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को लेकर मीडिया में भले ही कुछ भी खबरें आती रही हों लेकिन पीएम मोदी अपने संबंधों को पूरा मान देते हैं। चुनाव जीतने के बाद वह पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेताओं लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी का आशीर्वाद लेने पहुंचे।
NewsMay 24, 2019, 8:02 PM IST
छह महीने पहले भाजपा के नेता ने कह दिया था 303 सीटें जीतेंगे
कई लोगों को भाजपा के पूर्ण बहुमत के साथ जीतने पर संशय था। लेकिन भाजपा नेता ने नवंबर 2018 में जितनी सीटों को जीतने की संभावना बताई पार्टी ने उतनी ही सीटें जीतीं।
NewsMay 24, 2019, 7:57 PM IST
स्मृति ने भी कर दिया आसमान में राजनारायण वाला सुराख़
स्मृति ईरानी ने मौजूदा राजनीति में कांग्रेस के सबसे दिग्गज नेता और पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को अमेठी में चुनौती दी और सोलह आने खरी उतरीं. ठीक उसी तरह जैसे 1977 के लोकसभा चुनाव में राज नारायण ने किया था। खासबात है कि इन दोनों की चुनावों में खेल सिर्फ हार और जीत का नहीं था।
NewsMay 24, 2019, 7:20 PM IST
बिहार में सबसे ज्यादा चला 'नोटा का सोटा', हर जगह हुआ इस्तेमाल
दमन और दीव में 1.7 फीसदी, आंध्र प्रदेश में 1.49 फीसदी, छत्तीसगढ़ में 1.44 फीसदी मतदाताओं ने नोटा का चयन किया। 16वीं लोकसभा के चुनाव में 2014 में पहली बार संसदीय चुनाव में नोटा की शुरुआत हुई थी।
ViewsMay 24, 2019, 6:51 PM IST
राहुल को दरकिनार करके कांग्रेस पर कब्जे की साजिश: प्रियंका के इरादों के 6 बड़े संकेत
कांग्रेस अध्यक्ष पद पर प्रियंका गांधी वाड्रा की ताजपोशी अब महज वक्त की बात लगती है। 2019 के चुनावों में मिली शर्मनाक हार ने वर्तमान अध्यक्ष राहुल गांधी को बुरी तरह झटका दिया है। उनके इस्तीफे की खबरें छनकर बाहर आ रही हैं। जो कि यह साफ तौर पर संकेत देता है कि कांग्रेस पार्टी में जितनी तेजी से राहुल का ग्राफ गिर रहा है उतनी ही तेजी से प्रियंका का ग्राफ उठ रहा है। लेकिन यह अनायास नहीं हुआ है। इसके पीछे प्रियंका गांधी वाड्रा की सोची समझी रणनीति थी। जानिए कैसे:-
NewsMay 24, 2019, 6:50 PM IST
पश्चिमी यूपी में खुद को 'झटके' से बचाकर भाजपा ने तोड़ा महागठबंधन का चक्रव्यूह
यूपी में सपा-बसपा-रालोद के महागठबंधन का प्रयोग मनमाफिक नतीजे नहीं दे पाया। एक-दूसरे को अपना वोट ट्रांसफर कर भाजपा का सियासी मंसूबा तोड़ने का दावा करने वाली सपा-बसपा अपना ही वोट प्रतिशत गंवा बैठी। वहीं लगातार दूसरी बार रालोद अपना प्रत्याशी लोकसभा में पहुंचाने में नाकाम रही।