इससे पहले कि सातवें चरण की पोलिंग खत्म हो और सभी एजेंसियां अपना-अपना एक्जिट पोल का आंकड़ा लेकर आएं, यह जान लेना भी जरूरी है कि पिछले लोकसभा चुनावों में नतीजों से ठीक पहले किस एक्जिट पोल एजेंसी ने क्या आंकड़ा जनता को दिखाया और फिर नतीजों के बाद वास्तविक आंकड़े कहां बैठे।