कोरोना लॉकडाउन में मुंबई और विभिन्न शहरों से ट्रकों आदि पर सवार होकर प्रवासी घरों को लौटे थे। लेकिन अब वह फिर मुंबई लौटने को तैयार हैं। असल में जिन फैक्ट्रियों में कामगार काम करते थे, वह ठप पड़े हैं और उनके मालिक कामगार न मिलने के कारण अब गांवों में अपने कामगारों को वापस ले जाने के लिए चक्कर काट रहे हैं।