रैली में इमरान खान ने ये भी माना कि पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर किसी का समर्थन नहीं मिला है और वह कश्मीर के मुद्दे पर अकेले लड़ाई लड़ रहा है। इमरान खान बार बार गुलाम कश्मीर का दौरा इसलिए भी कर रहे हैं क्योंकि उन्हें डर है कि आने वाले समय में गुलाम कश्मीर के लोग बगावत कर भारत में शामिल होने की मांग कर सकते हैं। हालांकि इसके लिए वहां पर आवाज उठनी शुरू हो गई हैं।