फिलहाल अब सिंधिया ने ट्विटर अकाउंट से अपना परिचय कांग्रेस हटा दिया है। जबकि उन्होंने खुद को जनसेवक और क्रिकेट प्रेमी बताया है। सिंधिया के इस कदम को आलाकमान के प्रति नाराजगी के तौर पर देखा जा रहा है। क्योंकि पार्टी ने अभी तक राज्य में नए कांग्रेस अध्यक्ष को नियुक्त नहीं किया है। राज्य में कमलनाथ के पास सीएम के साथ ही प्रदेश अध्यक्ष का भी पद है। जबकि सिंधिया इस पद के लिए दावेदारी कर रहे हैं।