असल में पाकिस्तान रुपये में लगातार गिरावट देखी जा रही है। वहीं शेयर में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। पिछले एक साल में अमेरिकी डॉलर के सामने पाकिस्तानी रुपया 25 फीसदी से ज्यादा गिर गया है। वहां कराची शेयर बाजार में निवेशकों का 1 लाख करोड़ पाकिस्तानी रुपया डूब चुका है। अब अगर फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट में डालता है तो वहां की अर्थव्यवस्था बिल्कुल बदहाली के कगार पर पहुंच जाएगी।