'जब हौसला बना लिया ऊंची उड़ान का, फिर देखना फिजूल है कद आसमान का' किसी शायर की ये पंक्तियां यूं तो हर संघर्षशील और लगनशील इंसान के लिए हैं, लेकिन इस पर अमल, लाखों-करोंड़ों में कुछ एक लोग ही कर पाते हैं। उन्हीं में से एक है यूपी की रहने वाली ये "देहाती मैडम" जिसने अपनी निष्ठा और लगन के बूते बगावत की जो लौ जलाई थी, उसमें तपकर आज वो खरा सोना बन चुकी है।