Mamta Didi
(Search results - 5)NewsAug 31, 2020, 11:02 AM IST
ममता दीदी के राज में मछली पकड़ने के लिए मिली 'तालिबानी' सजा, दो युवाओं का सिर काटा
जानकारी के मुताबिक दोनों लड़के मछली पड़ने के दिन के बाद से ही गायब थे और अब इनके दो दिन बाद मृत पाए गए हैं। ये घटना मुर्शिदाबाद में बरहमपुर के कांथली इलाके की है जहां दो युवकों के सिर धड़ से अलग कर दिए गए हैं।
NewsFeb 11, 2020, 6:48 AM IST
केजरीवाल की राह पर चली ममता दीदी, खेला बड़ा दांव
दिल्ली की केजरीवाल सरकार लोगों को 200 यूनिट तक फ्री बिजली दे रही है। मौजूदा विधानसभा चुनाव में फ्री बिजली को लेकर खूब चर्चा हुई और जनता ने केजरीवाल सरकार के इस फैसले को जमकर सराहा।
हालांकि ममता बनर्जी सरकार से पहले झारखंड सरकार भी दिल्ली की तरह ये फैसला राज्य में लागू कर सकी है। राज्य की हेमंत सोरेन सरकार ने भी राज्य में फ्री बिजली देने की तैयारी शुरू कर दी है।NewsJan 2, 2020, 8:18 AM IST
..तो ऐसे ममता दीदी का किला ढहा देने की तैयारी में है भाजपा के चाणक्य
भाजपा लोकसभा चुनाव की सफलता को पश्चिम बंगाल में दोहराना चाहता है। हालांकि भाजपा को उम्मीद है कि चुनाव में उसे विरोधी मतों का फायदा मिलेगा। लोकसभा चुनाव में भाजपा को 18 सीटें मिली थी। जो ममता सरकार के लिए एक बड़ा झटका था, क्योंकि पिछले दस साल में ममता पश्चिम बंगाल में एकछत्र राज कर रही थी। लेकिन लोकसभा चुनाव में मिली हार से ममता बनर्जी उबर नहीं पाई। हालांकि राज्य में हुए उपचुनाव में ममता की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस ने तीन सीटें जीतकर भाजपा को झटका दिया है।
NewsSep 29, 2019, 10:53 AM IST
दीदी की दुर्गा पूजा पंडाल राजनीति को ध्वस्त करेंगे शाह
पश्चिम बंगाल में इस बार पूजा पंडालों में काफी सक्रिय है। पार्टी इसमें टीएमसी का एकाधिकार खत्म करना चाहती है। लोकसभा चुनाव के बाद जहां भाजपा आत्मविश्वास से लबरेज हैं तो वहीं टीएमसी राज्य में भाजपा को सबसे बड़ा खतरा मान रही है। टीएमसी को लग रहा है कि अगर भाजपा इसी तरह से आक्रामक रही तो विधानसभा चुनावों में उसे नुकसान होगा। लिहाजा वह पूजा पांडलों में और ज्यादा सक्रिय हो रही है। वहीं प्रदेश में भाजपा के बढ़ते जनाधार के बाद पार्टी ने पूजा पांडलों में खुद को और ज्यादा सक्रिय कर दिया है।
NewsMay 21, 2019, 5:36 PM IST
एग्जिट पोल: बंगाल में ऐसे दरक रहा है 'दीदी' का किला
सात चरणों के चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल लगातार सुर्खियों में रहा। हर बार मतदान के दौरान वहां का चुनावी माहौल खून से लाल हो जाता था। राजनीतिक हिंसा का खतरनाक स्वरुप बंगाल में इस लोकसभा चुनाव में दिखा। लेकिन यह हिंसा इस बात का भी संकेत थी कि कैसे बंगाल में दीदी का किला दरक रहा है। यही संकेत एक्जिट पोल के नतीजों में भी दिख रहा है।