लोकसभा चुनाव में एक तरह से कांग्रेस का सूपड़ा साफ़ हो गया है। यहां तक कि कांग्रेस से लोकसभा में एक बार फिर विपक्ष के नेता का पद छिन गया है। जबकि पिछली बार भी कांग्रेस इसके लिए जरूरी सांसदों का आंकड़ा भी एकत्रित नहीं कर पायी थी। हालत ये है कि गांधी परिवार का गढ़ माने जाने वाले अमेठी में राहुल गांधी हार गए हैं और रायबरेली में सोनिया गांधी की जीत का अंतर भी कम हो गया है। हालांकि इसके लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ ही उनकी टीम जिम्मेदार मानी जा रही है।