Orissa
(Search results - 10)NewsMar 16, 2024, 4:58 PM IST
Vidhan sabha Election 2024: 19 अप्रैल, 13-20 मई को होंगे अरुणाचल-आंध्र, उड़ीसा और सिक्किम में चुनाव
भारतीय निर्वाचन आयोग लोकसभा चुनाव 2024 के साथ 4 राज्यो में विधानसभा चुनाव भी कराएगा। उनकी भी तारीखों का आज ऐलान कर दिया गया। अरुणाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, उड़ीसा और सिक्किम में विधानसभा चुनावों के तारीखों की घोषणा आज की गई है।
Motivational NewsJan 3, 2024, 11:32 PM IST
छोटा सा बिजनेसमैन - सड़क हादसे में 1000 लोगों की जान बचा चुका है
उड़ीसा के पंकज कुमार तराई मानवता की एक बेहतरीन मिसाल है जो अब तक सड़क हादसे में घायल हुए हजार से ज्यादा लोगों की जान बचा चुके हैं। यह काम करते हुए पंकज को 18 साल गुजर गया। अपनी आमदनी का 30% हिस्सा वह सड़क हादसे में घायल लोगों पर खर्च करते हैं। कटक के लोगों के लिए पंकज किसी मसीहा से कम नहीं है जब भी किसी का एक्सीडेंट होता है तो सबसे पहले कॉल पंकज के पास ही पहुंचती है।
Motivational NewsJan 2, 2024, 11:47 PM IST
आठवीं पास चायवाले ने झुग्गी के बच्चों को दिया शिक्षा, बेटी विदेश की नौकरी छोड़कर पिता की मुहीम आगे बढ़ा रही है
उड़ीसा के प्रकाश राव आठवीं पास थे लेकिन सैकड़ो बच्चों की पढ़ाई का बीड़ा उठाया। शिक्षा के लिए उन्होंने जो लौ जलाई थी उसके लिए प्रकाश राव को साल 2019 में पदम श्री से सम्मानित किया गया था। उन्होंने अपने घर के एक कमरे में स्कूल बनाया था जिसमें सैकड़ो की संख्या में बच्चे आते थे पढ़ाई करने के लिए लेकिन साल 2021 में प्रकाश राव का निधन हो गया। लोगों को लगा कि अब प्रकाश राव का स्कूल बंद हो जाएगा लेकिन प्रकाश राव के सपने को पूरा किया उनकी छोटी बेटी भानु प्रिया ने जो विदेश में रहती थी।
Motivational NewsJan 1, 2024, 10:52 PM IST
भीख मांगने वालों को बिजनेसमैन बना दिया चंद्र मिश्रा ने
आपने अक्सर सुना होगा की कोई बच्चों को फ्री में पढ़ा रहा है, कोई मुफ्त में खाना बांट रहा है। लेकिन आपने शायद ही सुना हो की सड़क पर घूमने वाले भिखारी को एक व्यक्ति उद्यमी बना रहा है। उन्हें कारोबार करने का तरीका बता रहा है. और अपने इस अभियान में अब तक वह 16 भिखारी परिवारों को कारोबारी बन चुका है। यही नहीं यह शख्स भीख मांगने वाले बच्चों के लिए स्कूल भी खोल चुका है जहां उन बच्चों को स्किल डेवलपमेंट के साथ-साथ पढ़ाया लिखाया जाता है ताकि वह आत्मनिर्भर बन सके।
Motivational NewsDec 27, 2023, 9:28 PM IST
मंदिर के नारियल से बनाया होम डेकर, दिव्यांग होकर भी बन गए सक्सेसफुल बिजनेसमैन
कहते हैं ललक हो तो इंसान के आगे ना उसकी बीमारी आड़े आती है, न कोई मुसीबत उसे रोक पाती है। उड़ीसा के सब्यसाची को बचपन से आर्ट एंड क्राफ्ट का शौक था। उनको बचपन से रीड की हड्डी की ऐसी बीमारी थी कि वह ज्यादा देर तक खड़े नहीं हो सकते थे । लेकिन बचपन के शौक को उन्होंने अपना बिजनेस बना लिया और आज फेसबुक और अमेजन के जरिए बिजनेसमैन बन गए हैं।
Motivational NewsDec 25, 2023, 8:02 PM IST
वेस्ट मटेरियल से दूसरों की ज़िंदगी संवार रहे हैं 65 साल के गगन
भुवनेश्वर के गगन पटेल पिछले 38 सालों से गरीबों को रोटी कपड़ा मकान मुहैया करा रहे हैं। 1985 में जब गगन की नौकरी लगी उस वक्त से वह अपनी सैलरी का कुछ हिस्सा गरीबों के लिए इकट्ठा करने लगे साथ ही गरीब बच्चों को पढ़ाना भी शुरू किया। आज गगन की महिम एक अभियान बन चुकी है और हजारों की तादाद में लोग उनसे जुड़ चुके हैं।
Motivational NewsDec 12, 2023, 4:55 PM IST
24 लड़कों की क्लास में अकेली लड़की, उड़ीसा की इकलौती फीमेल प्लंबिंग ट्रेनर, हैरत से देखते हैं लोग
शताब्दी साहू को बचपन से ही पेंटिंग और बिल्डिंग बनाने का शौक था। उनके पड़ोसियों की बिल्डिंग या बाथरूम में कोई दिक्कत होती थी तो वह ठीक कर देती थीं। धीरे-धीरे उनकी आदत उनका प्रोफेशन बन गई। शताब्दी ने ऐसा प्रोफेशन चुना जो महिलाओं के लिए माना ही नहीं जाता था लेकिन शताब्दी ने हिम्मत किया और उनकी इस हिम्मत में उनके माता-पिता ने उनका सपोर्ट किया।
NewsAug 15, 2023, 5:39 PM IST
'सुलभ क्रांति' के जनक बिंदेश्वर पाठक का निधन, पीएम मोदी ने जताया दुख
दुनिया को टॉयलेट का महत्व बताने वाले और करोड़ों लोगों की जिंदगी आसान बनाने वाले सुलभ इंटरनेशल के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक का मंगलवार को निधन हो गया। उन्होंने दिल्ली एम्स में अंतिम सांस ली। प्रधानमंत्री मोदी ने भी उनके निधन पर दुख जताया है।
Motivational NewsAug 7, 2023, 2:27 PM IST
4500 रु. सैलरी पाने वाली उड़ीसा की मतिल्दा कैसे हुईं Forbes की सबसे ताकतवर महिलाओं में शामिल
ओड़िसा की मतिल्दा कुल्लू एक ऐसे गाँव से आती हैं जहां लोग बीमार पड़ने पर ओझा तांत्रिक और झाड़ फूँक का सहारा लेते हैं। मतिल्दा दसवीं पास हैं, सरकार की आशा वर्कर स्कीम के दौरान मतिल्दा ने आशा वर्कर की नौकरी कर ली जिसके उन्हें 4500 रूपये मिलते थे।
NewsMay 3, 2019, 9:01 AM IST
ओडिशा से टकराया 'फानी': शुरू हुआ राहत और बचाव कार्य
ये तूफान 43 सालों का सबसे भीषण तूफान है और इसका प्रभाव ओडिशा के साथ ही अन्य राज्यों पर भी पड़ेगा। इससे करीब 11.5 लाख लोगों के प्रभावित होने का अंदेशा लगाया जा रहा है। फिलहाल ये तूफान ओडिशा के तटीय इलाकों से टकरा गया हैऔर फिर इसकी रफ्तार 170 से 180 किलोमीटर प्रति घंटे के बीच होने का अनुमान है। फानी' के पुरी के दक्षिणी भाग चांदबाली और गोपालपुर के बीच ओडिशा तट को पार करने की आशंका है। इस तूफान के कारण पुरी में 100 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज रफ्तार से हवा चल रही है।