विदेश मंत्रालय ने इस बारे में पाकिस्तान के उपराजदूत को बुलाया और उच्चायोग में कर्मचारियों की देश विरोधी और जासूसी को लेकर चिंता जताई। पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मचारी आतंकी संगठनों के साथ ही भी मिले हुए हैं और 31 मई को पाकिस्तान के दो अफसर जासूसी के मामले में पकड़े जा चुके हैं और उन्हें बाद में देश से बाहर करदिया था।