असल में जो मामले मुशर्रफ के खिलाफ कोर्ट में चल रहे थे, सभी में उन्हें मौत की सजा सुनाई गई है। हालांकि कोर्ट ने ये भी फैसला दिया है कि अगर मुशर्रफ की मौत फांसी से पहले होती है तो उनकी लाश को पाकिस्तान लाया जाए और इस्लामाबाद की डी-चौक तीन दिनों तक फांसी में लटकाया जाए।