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(Search results - 90)NewsApr 30, 2020, 2:38 PM IST
उद्धव ठाकरे को पवार ने दिया कुर्सी बचाने का मूलमंत्र
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अपनी कुर्सी बचाने को लेकर परेशान हैं। क्योंकि अभी तक राज्यपाल भगत सिंह कोहसारी ने विधान परिषद के सदस्य के रूप में उद्धव ठाकरे को नामित करने की राज्य मंत्रिमंडल की सिफारिश पर फैसला नहीं किया है। ठाकरे अभी तक किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं और कुर्सी बचाने के लिए उन्हें छह महीने भीतर किसी सदन का सदस्य होना जरूरी है।
NewsMar 13, 2020, 7:41 AM IST
प्रियंका होंगी राज्यसभा प्रत्याशी, महाराष्ट्र से मिला टिकट
कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव के लिए नौ प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया है। पार्टी ने मध्य प्रदेश से दिग्विजय सिंह और फूल सिंह बरैया, छत्तीसगढ़ से केटीएस तुलसी और फुलो देवी नेताम, झारखंड से शहजाद अनवर, महाराष्ट्र से राजीव सताव, मेघालय से केनेडी कॉर्नेलियस खैयेम, राजस्थान से केसी वेणुगोपाल और नीरज दांगी को राज्यसभा प्रत्याशी बनाया है।
NewsMar 2, 2020, 5:45 AM IST
जानें क्यों सीएए को लेकर भाजपा के सुर में सुर मिला रही है एनसीपी
पिछले दिनों राज्य के सीएम उद्धव ठाकरे ने पीएम नरेन्द्र मोदी से मुलाकात के बात किया था कि सीएए और एनपीआर को लेकर जनता को घबराने की जरूरत नहीं है। इसके बाद अब सीएए और एनपीआर को लेकर शिवसेना के सुर बदल गए हैं। पवार ने कहा कि सीएए और एनपीआर को लागू करने के बाद किसी की नागरिकता नहीं छीनी जा सकती है। पवार ने कहा कि फिलहाल राज्य में बिहार फॉर्मूला लागू करने की जरूरत नहीं है।
NewsFeb 22, 2020, 9:26 PM IST
अयोध्या में रामलला के दर्शन कर सरयू नदी पर महाआरती करेंगे उद्धव
पिछले साल ही शिवसेना प्रमुख ने अयोध्या में रामलला के दर्शन किए थ। हालांकि उस वक्त वह राज्य के सीएम नहीं थे। लेकिन इस बार वह महाराष्ट्र के सीएम के तौर पर अयोध्या आ रहे हैं। हालांकि उत्तर प्रदेश में शिवसेना का कोई जनाधार नहीं है। लेकिन ठाकरे का ये अयोध्या दौरा काफी अहम माना जा रह है। पिछले अयोध्या दौरे के दौरान ठाकरे ने भाजपा पर ये कह कर दवाब बनाने की कोशिश की थी कि अयोध्या में जल्द ही राम मंदिर बनाया जाना चाहिए।
NewsFeb 22, 2020, 11:38 AM IST
मोदी से बैठक के बाद उद्धव के सीएए को लेकर बदले तेवर, कांग्रेस और एनसीपी को दिया बड़ा झटका
असल में कांग्रेस और एनसीपी सीएम उद्धव ठाकरे को सीएए और एनपीआर के कार्यान्वयन के खिलाफ मनाने की कोशिश कर रहे हैं। क्योंकि अब ठाकरे ने फैसला किया है कि राज्य में सीएए और एनपीआर लागू किया जाएगा।
NewsFeb 21, 2020, 1:32 PM IST
महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार ने खेला दांव, कांग्रेस के बागी को उतार सकती है मैदान में
महाराष्ट्र में राज्यसभा की सात सीटें खाली हो रही हैं। विधानसभा में विधायकों की संख्या को देखते हुए भाजपा को तीन राज्यसभा सीटें मिल सकती हैं, जबकि राज्यसभा में कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना को एक-एक सीट मिलेगी। वहीं असल लड़ाई अब चौथे सीटे को लिए होनी तय है।
NewsFeb 19, 2020, 6:37 AM IST
एनपीआर को लेकर उद्धव ठाकरे का सख्त फैसला, सोनिया और पवार को दिखाई आंख
सरकार के एनपीआर को लागू करने प्रक्रिया में महाराष्ट्र में कोई समस्या नहीं है। उन्होंने कहा एनपीआर सीएए और एनआरसी से अलग हैं। लिहाजा इसको लेकर किसी भी तरह का विवाद नहीं होना चाहिए। वहीं राज्य सरकार सीएए और एनआरसी को राज्य में लागू नहीं करने जा रहा है। असल
NewsFeb 17, 2020, 6:36 AM IST
शरद पवार और उद्धव ठाकरे के बीच चल रही तनातनी के बीच एनसीपी ने बुलाई अहम बैठक
असल में ठाकरे और पवार के बीच तनातनी का सबसे बड़ा मुद्दा कोरेगांव है। जिसकी उद्धव ठाकरे सरकार जांच एनआईए को देने की अनुमति दे दी है। जिसको लेकर शरद पवार काफी नाराज बताए जा रहे हैं। असल में पिछले दिनों ही राज्य सरकार ने कहा था कि कोरेगांव की जांच राज्य की पुलिस करेगी।
NewsFeb 13, 2020, 11:03 AM IST
राज्यसभा की सातवीं सीट के लिए महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना की बीच फिर होगी जंग
राज्यसभा के सदस्य के लिए 37 विधायकों के समर्थन की आवश्यकता होती है। वहीं राज्य में भारतीय जनता पार्टी के 105 विधायक हैं और उसे नौ निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है। जबकि सत्तारूढ़ गठबंधन में, शिवसेना के 56 विधायक हैं,राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के पास क्रमशः 54 और 44 विधायक हैं। जबकि 20 अन्य विधायकों में से कम से कम 15 विधायकों के राज्य के सत्तारूढ़ गठबंधन के पक्ष में जाने की उम्मीद की जा रही है।
NewsFeb 7, 2020, 7:27 AM IST
एनसीपी चीफ शरद पवार समेत 51 सदस्य अप्रैल में होंगे राज्यसभा से रिटायर
इस बार महाराष्ट्र से राज्यसभा की सात सीटें खाली हो रही हैं। जबकि तमिलनाडु से छह सदस्य सेवानिवृत्त होंगे। इसके साथ ही पश्चिम बंगाल और बिहार की 5 सीटें, गुजरात और आंध्र प्रदेश की चार-चार सीटें, राजस्थान, ओडिशा और मध्य प्रदेश की तीन-तीन और तेलंगाना, झारखंड और छत्तीसगढ़ की दो-दो सीटें खाली होंगी। इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, असम, मेघालय, मणिपुर एक एक सदस्य रिटायर हो रहे हैं।
NewsJan 29, 2020, 6:48 AM IST
महज डेढ़ महीने में ही मंत्रियों के बोल से उद्धव हो गए हैं परेशान
राज्य में शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाई है। ठाकरे परिवार से राज्य में पहला मुख्यमंत्री बना है और यही अब उद्धव ठाकरे के लिए परेशानी बन रही है। कभी राज्य में मातोश्री महाराष्ट्र की राजनीति का केन्द्र हुआ करता था। लेकिन शिवसेना की अगुवाई वाली सरकार में सत्ता का विकेन्द्रीकरण हो गया।
NewsJan 25, 2020, 7:51 AM IST
जानें क्यों गांधी परिवार के बाद अब शरद पवार की सुरक्षा में की गई कटौती
शरद पवार की सुरक्षा में कटौती की खबरों के बाद एनसीपी के सांसद माजिद मेमन ने कहा कि देश में प्रमुख नेता की सुरक्षा को केन्द्र की मोदी सरकार कम रही है। इस बात को लेकर उन्होंने केन्द्र सरकार पर हमला किया। उन्होंने कहा कि पवार को जेड कैटेगरी की सुरक्षा मिली है. उसको बावजदू उनकी सुरक्षा में सुरक्षा कर्मी मौजूद नहीं हैं।
NewsJan 24, 2020, 8:08 AM IST
ऐसे तो शिवसेना की हिंदुत्व की राजनीति हो जाएगी खत्म, कांग्रेस के बाद शरद पवार का बड़ा खुलासा
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदायों के प्रतिनिधियों ने उनसे कहा था कि अगर एनसीपी राज्य में शिवसेना के साथ हाथ मिलाती है तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी। क्योंकि अल्पसंख्यक भाजपा को सत्ता से दूर रखना चाहते थे। लिहाजा एनसीपी ने शिवसेना के साथ सरकार बनाई।
NewsJan 18, 2020, 8:13 AM IST
जानें क्यों भिड़े शिवसेना सांसद संजय राउत और एनसीपी चीफ पवार
कभी इंदिरा गांधी के करीबी माने जाने वाले एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने साफतौर पर कहा कि शिवसेना सांसद संजय राउत को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए था। जिसका कोई आधार न हो। वहीं अपने बयान के बाद राउत ने इसे वापस ले लिया था और इसका दोष मीडिया को दिया था। हालांकि राउत के बयान के बाद राजनीति शुरू हो गई थी और वहीं कांग्रेस भी बैकफुट पर आ गई थी।
NewsJan 6, 2020, 8:23 AM IST
महाराष्ट्र में फिर दिखा पावर का पॉवर, कमजोर पड़ा दस जनपथ
पिछले एक हफ्ते से उद्धव ठाकरे सरकार के गले की फांस बना विभागों का बंटवारा आखिरकार हो ही गया है। लेकिन इस बंटवारे में कांग्रेस में नाराजगी देखने को मिल रही है। हालांकि कैबिनेट विस्तार में तीन सहयोगी दलों के विधायकों में नाराजगी को मिली थी। लेकिन अभी तक विधायकों की नाराजगी कम नहीं हुई है। लेकिन अब विभागों के बंटवारे के बाद कांग्रेस नाराज दिखाई दे रही है। कांग्रेस के खाते में अच्छे विभाग नहीं आए हैं।