तीन पहले ही ईरान ने अमेरिका का ड्रोन गिराया था, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया था। दोनों देशों के बीच युद्ध के हालत हो गए थे। लेकिन इसी बीच अमेरिका ने ईरान पर हवाई हमले करने का विचार टाल दिया था। इसके बाद अमेरिका ने ईरान की मिसाइल नियंत्रण प्रणाली और एक जासूसी नेटवर्क पर साइबर हमला कर उन्हें ध्वस्त कर दिया था।